मध्यप्रदेश को मिलेगी 35 करोड़ की सौगात, संस्कारधानी में बनने जा रहा है देश का पहला जियोलॉजिकल पार्क

मध्य प्रदेश एक और कीर्तिमान रचने जा रहा है। कटनी में सबसे बड़े ब्रिज के बाद अब जबलपुर में देश का सबसे और पहला भूवैज्ञानिक पार्क बनने जा रहा है। दरअसल मध्य प्रदेश की संस्कारधानी के नर्मदा नदी किनारे लम्हेटा गांव में भूवैज्ञानिक पार्क बनने जा रहा है इसको लेकर खनन मंत्रालय ने 35 करोड़ की मंजूरी मिल गई है। मध्य प्रदेश के संस्कारधानी जबलपुर में देश का पहला जियोलॉजिकल पार्क बनने जा रहा है। लम्हेटा में भूवैज्ञानिक पार्क विकसित होगा। बता दें कि इस जगह से 1928 में विलियम हेनरी सप्लीमेंट को डायनासोर का जीवाश्म मिला था। इसलिए इस जगह की उपयोगिता बहुत अनोखी मानी जा रही है।

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जानिए क्या है जियोपार्क

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जियो पार्क एक ऐसा क्षेत्र है जिससे भूवैज्ञानिक विरासत के संरक्षण और उपयोग को एक स्थाई तरीके से बढ़ावा मिलता है। 44 विभिन्न देशों में कुल 169 यूनेस्को ग्लोबल जिओ पार्क है जबकि यहां भारत का पहला जिओ पार्क मध्य प्रदेश के संस्कारधानी जबलपुर में बनने जा रहा है।

1857 में हुआ था भारतीय सर्वेक्षण का गठन

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की स्थापना 1851 में हुई थी। 1767 में जीएसआई की स्थापना के लिए अध्ययन किया गया था। यह एजेंसी खान मंत्रालय के संगठन के अंतर्गत काम करती है। भारतीय सर्वेक्षण के बाद हमारे देश भारत में दूसरा सबसे पुराना सर्वेक्षण निगम है। यह बुनियादी प्रति विज्ञान डेटा के प्रमुख पदार्थ के रूप में काम करता है।