लता मंगेश्कर का इस घर में हुआ था जन्म, शहरवासियों को इस बात का दुख, कैलाश विजवर्गीय ने कही ये बड़ी बात

ऐसा कहते हैं कि इंसान का जन्म जिस जगह पर होता है, वहां के गुण उसमें जीवन पर्यंत रहते हैं और इसी का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण स्वर कोकिला लता मंगेशकर हैं। लता मंगेश्कर का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ है। जन्म के बाद जब उन्होंने संगीत की दुनिया में कदम रखा तो शायद किसी को पता भी नहीं था कि इंदौर की गलियों में जन्मी बच्ची संगीत की दुनिया की सरताज बन जाएगी। उस वक्त इंदौर वासियों को सबसे ज्यादा खुशी हुई और आज उन्होंने मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली है, तब इंदौर के लोग उनसे जुड़ी यादों को याद कर गमगीन है।

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बता दें कि साल 1929 में इंदौर के सिख मोहल्ले स्थित एक मकान में लता मंगेशकर जन्म हुआ था। तब शायद सिख मोहल्ले के गलियों में रहने वाले लोगों ने कभी सोचा नहीं होगा कि इन गलियों में खेलने वाली लड़की स्वर कोकिला के नाम से पूरे विश्व में प्रसिद्ध होगी। लता मंगेश्कर जिस जगह जन्मी वहां आज मेहता क्लॉथ सेंटर खुल गया है। आज भी मेहता क्लॉथ सेंटर में लता मंगेशकर की म्यूरल लगा हुआ है। वहीं, इंदौर के लोगों को जैसे ही लता मंगेशकर के निधन की खबर मिली। उसके बाद से ही मायूस हैं। लता मंगेश्कर के निधन पर उनके जन्मस्थल पर प्रशंसकों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर आत्मशांति की प्रार्थना की।

कैलाश विजयवर्गीय ने जताया दुख

भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने लता मंगेश्कर के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि लता मंगेश्कर के राष्ट्रीय भक्ति गीतों को सुनकर युवाओं की रगों में खून दौड़ने लगता था।

1 हजार फिल्मों के लिए लता ने दी आवाज

बता दें कि लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र तक 36 भाषाओं में 50 हजार गाने गाए, जो किसी भी गायक के लिए एक रिकॉर्ड है। 1960 से 2000 तक एक दौर था, जब लता मंगेशकर की आवाज के बिना फिल्में अधूरी मानी जाती थीं। करीब 1000 से ज्यादा फिल्मों में उन्होंने अपनी आवाज दी।

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