पिता के दिए 300 रुपये ने बदली थी किस्मत, आज कन्नड़ इंडस्ट्री के है सबसे बड़े सुपरस्टार, जानिए यश का संघर्ष

इंसान में अगर काबिलियत हो और किसी काम को करने का जज्बा रखता हो तो मंजिल में कितनी भी मुसीबतें क्यों ना आ जाए एक दिन सफलता जरूर मिलती है। इसी बीच हम आपको एक ऐसे कन्नड़ इंडस्ट्री के सुपरस्टार के बारे में बताने जा रहे हैं जो कभी स्टार बनने के लिए सारे रिश्ते नाते तोड़ चुका है। दरअसल वहां और कोई नहीं बल्कि केजीएफ वन और केजीएफ 2 में मुख्य भूमिका में नजर आने वाले यश है। इनकी कहानी काफी दिलचस्प होने के साथ ही इमोशनल करने वाली भी है।

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दरअसल केजीएफ— 2 14 अप्रैल यानी गुरुवार को भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। इस फिल्म को दर्शकों के द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। काफी दिनों से इस फिल्म को देखने के लिए फैंस को बेसब्री से इंतजार था। अगर केजीएफ की बात करें तो इसने ढाई सौ करोड़ रुपए का कलेक्शन कर नया रिकॉर्ड बनाया था। वहीं अब केजीएफ—2 भी अच्छी खासी कमाई करेगी।

इन 300 रुपये में बदली यश की किस्मत

इस फिल्म के एक्टर यश की कहानी काफी दिलचस्प होने के साथ ही इमोशनल करने वाली है। कर्नाटक के छोटे गांव में जन्में कन्नड़ इंडस्ट्री के सुपरस्टार यश आज किसी की पहचान के मोहताज नहीं है। इनका असली नाम नवीन कुमार गौड़ा है। बता दें कि यश के पिता एक बस ड्राइवर थे। यश फिल्म इंडस्ट्री में जाना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने नाटक मंडली ज्वाइन कर ली। वहीं जब वहां बेंगलोर जाकर फिल्म इंडस्ट्री में काम करना चाहते तो पूरा परिवार खिलाफ हो गया था। इसके बाद उनके पिता ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। वहीं यश सारे रिश्ते नाते तोड़कर घर से चले गए। घर से जाते समय उनके पिता ने सिर्फ उन्हें 300 रुपये दिए थे। पिता के उन 300 रुपये से यश की किस्मत ऐसे बदली की आज वहां कन्नड़ इंडस्ट्री के बेहताज बादशाह है।

केजीएफ से मिली थी यश को पहचान

इसके बाद यश बेंगलोर में अपने करियर को बनाने के लिए काफी मेहनत करते रहे। वहीं धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग लाती गई और उनके जीवन में एक समय ऐसा आया जब केजीएफ में काम करने को मिला ।केजीएफ फिल्म मिलने के बाद यूं माने कि यश की किस्मत ही बदल चुकी थी। इस फिल्म ने कमाई अच्छी खासी करने के साथ ही यश को काफी पहचान मिली थी।

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