इंदौर में एआइसीटीएसएल ने ग्रीन मोबेलिटी की तरफ बढ़ाए कदम, जल्द मिलेगी 80 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के बाद बायो सीएनजी आधारित बसें चलाई जा रही है। ऐसे में अब एक और अच्छी खबर सामने आई है। एआईसीटीएसएल के द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की तरफ रुख कर लिया गया है। लोक परिवहन की कमी को दूर करने वह शहर में पर्यावरण को बचाए रखने के लिए अब मास ट्रांजिट सिस्टम के साथ ग्रीन मोबिलिटी के तरफ कदम बढ़ा लिया गया है। जिसके बाद अब शहर में बायो सीएनजी आधारित बरसों के बाद इलेक्ट्रॉनिक बसों को चलाया जाएगा।

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जल्द संचालित होगी 80 इलेक्ट्रॉनिक बसें

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर शहर में 80 इलेक्ट्रॉनिक बसे बीआरटीएस और विभिन्न सिटी बस रूट पर चलाने की तैयारी की जा रही है। बीआरटीएस पूरी तरह से ग्रीन मोबिलिटी पर आधारित होगा। वहीं 50 लेख 3 वर्षों के लिए दी जाने वाली फंडिंग गैप भी नहीं देना पड़ेगी। डीजल से चलने वाली सिटी बसों को ग्रीन मोबिलिटी में कन्वर्ट करने का प्रयास भी कर रहे हैं। इसके अलावा बायो सीएनजी आधारित 410 सड़कों पर उतारने का अनुबंध करने के बाद अब इलेक्ट्रिक बस संचालन पर जोर दे रहे हैं।

इन कंपनियों की बसें होगी संचालित

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देशभर के ऑपरेटर से एआईसीटीएसएल ने शहर में 80 बसें चलाने के लिए प्रस्ताव की मांग की गई है। ऑपरेटर को बीआरटीएस पर 12 मीटर के 30 लोग फ्लोर और विभिन्न सड़क पर 9 मीटर की छोटी 50 बसों का संचालन किया जाना है। इसमें तीन कंपनियों ने निविदा में सभी ले लिया है। टेक्निकल और फाइनेंशियल जांच के बाद टेंडर खोले गए जिसमें अशोक लीलैंड और चलो का टेंडर उपयुक्त पाया गया। वर्तमान में देखा जाता है कि डीजल की कास्ट 85 रुपए प्रति किमी से 8 रुपए कम जल्दी कंपनी को वर्क आर्डर जारी किया जाएगा।

एआईसीटीएसएल ने इलेक्ट्रिक बस संचालन के लिए इस बार अलग मॉडल तैयार कर लिया है। कंपनी को बीआरटीएस पर क्रश कॉस्ट दी जाएगी जबकि सिटी रूट की बसों का संचालन मैटकास्ट पर करना होगा। सामान्य तौर पर इन बातों के लिए एआईसीटीएसएल को वायबिलिटी फंडिंग गैप भी दी जाती है। इसमें 50 इलेक्ट्रिक बसों पर 40 प्रतिशत अनुदान राशि पर ही मिल जाएगी।

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