ऑटो ड्राइवर के बेटे ने UPSC में हासिल की सफलता, खुद की फीस के लिए की वेटर की नौकरी, अब 21 साल की उम्र में बने IAS

यूपीएससी की एग्जाम पास कर आईएएस बनने का सपना हर युवा का होता है, लेकिन इस परीक्षा को पास करना हर किसी के बस की बात नहीं है। यूपीएससी की तैयारी करने के लिए खुद को उस काबिल बनाना होता है, क्योंकि यह परीक्षा 8 से 10 घंटे रोजाना लगातार पढ़ाई मांगती है। इसके लिए खुद को किताबों में झोंकना पड़ता है तब कहीं जाकर सफलता मिल पाती है। 2021 यूपीएससी एग्जाम के परिणाम कुछ दिनों पहले घोषित किए गए थे इसमें देश की तीन बेटियों ने टॉप किया है। वहीं कई युवाओं ने अच्छी रैंक हासिल कर सफलता हासिल कर आईएएस बने हैं।

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21 साल की उम्र में बना आईएएस

आईएएस बनने का सपना हर युवा छोटी उम्र से देख लेता है। ऐसे में कुछ युवाओं की कहानी ऐसी है कि उन्होंने दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद ही आईएएस बनने का सपना देखा है। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे युवा के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने आईएएस बनने का सपना देखा और उसे साकार भी किया है। पिछले आर्टिकल में हमने आपको कुछ ऐसे ही प्रतिभाशाली युवाओं के बारे में बताया था, जिन्होंने काफी संघर्ष के बाद यूपीएससी में बाजी मारी है। अब हम आपको एक ऐसे युवा की कहानी बताने जा रहे हैं जो कि ऑटो ड्राइवर के बेटे हैं, लेकिन खुद वेटर का काम कर अपनी फीस भरी और 21 साल की उम्र में आईएएस अफसर बने हैं।

परिवार और रिश्तेदारों ने दिए कई ताने

दरअसल महाराष्ट्र के जालना जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाले अंसार शेख जिनके पिता एक ऑटो ड्राइवर है। जोकि इससे मिलने वाले पैसे से अपना परिवार पालते हैं। वहीं उनका बेटा जोकि आईएएस अफसर बनने का सपना संजोए हुए था, लेकिन यह उनके लिए काफी मुश्किल था। रिश्तेदार और पड़ोसियों ने उन्हें खूब ताना मारा कहते थे कि तेरे मां-बाप दिन भर मजदूरी करते हैं और तुझे पढ़ाते हैं। उनके पिता और रिश्तेदारों ने कई बार उन्हें पढ़ाई छोड़ने के लिए मजबूर किया, लेकिन उन्होंने कभी ऐसा नहीं किया और 12वीं की परीक्षा में शत—प्रतिशत नंबर हासिल कर सब के मुंह पर ताला लगा दिया। इन्होंने 12वीं में 91% अंक हासिल किए है।

वेटर की नौकरी कर फीस भरी

अंसार का कहना है कि उनके सामने कई तरह की मुसीबतें सामने आई। उनके पिता हर दिन सौ से डेढ़ सौ रुपए रिक्शा चलाकर कमाते थे। जोकि उनका परिवार का खर्च चलता था। ऐसे में फीस के पैसे कहां से भर पाते। इसलिए उन्होंने पुणे के फेमस फर्गुसन कॉलेज में एडमिशन ले लिया, परंतु फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे। इसके बाद उन्होंने होटल में वेटर की नौकरी की और 3000 तनखा में रखा गया और उससे मिलने वाली सैलरी से उन्होंने अपनी फीस भरी है। इस दौरान अंसार ने रात के समय होटल की फर्ज भी साफ की और अपनी कॉलेज की फीस भरकर पढ़ाई पूरी की।

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वहीं साल 2015 में यूपीएससी परीक्षा पास की और आईएएस की लिस्ट में अपना नाम दर्ज किया। इस दौरान उन्होंने ऑल इंडिया में 371वीं रैंक हासिल की और आज वे एक आईएएस अफसर बन गए हैं और जो पड़ोसी रिश्तेदार समाज के लोग उनकी आलोचना कर रहे थे आज उनके मुंह बंद हो गए हैं।