नहीं आएगा 1 रुपये का भी बिल, आपकी घर की खिड़की करेगी बिजली सप्लाई, वैज्ञानिकों ने तैयार की कमाल की टेक्नोलॉजी
इस समय लोगों के सामने बिजली बिल का संकट काफी मंडरा रहा है। लोगों के घर में कूलर, एसी, पंखा समेत कई चीजें चलती है, लेकिन इससे कई गुना बिजली बिल आ जाता है। ऐसे में लोगों के सामने अब यह एक विकट समस्या बंद कर खड़ी है ।एक तरफ दुनिया कार्बन उत्सर्जन कम करने में लगी है। ऐसे में ट्रांसपेरेंट सोलर विंडो एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है ।यह सोलर पैनल घरों की खिड़की और बालकनी में इस्तेमाल करने के साथ जहां आपको पावर चाहिए वहां पर आसानी से सप्लाई की जा सकती है।
दरअसल बढ़ते बिजली बिलों की वजह से लोगों के घरों में अब सोनल पैनल का इस्तेमाल भी किया जाने लगा है। लोगों ने अपने घरों पर सोलर प्लेट लगा ली है जिसके माध्यम से बिजली उत्पन्न हो रही है। इस बिजली की मदद से वहां अपने घर में कूलर, पंखा, एसी, यूटीवी के साथ हर चीज चला रहे है। बिजली बिल अधिक आने की वजह से लोगों ने अब इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, लेकिन अगर हम कहें की आगामी समय में आपके घर में लगी खिड़की में लगे कांच की मदद से बिजली उत्पन्न की जाएगी तो आपको थोड़ा अचंभित लगेगा लेकिन यह 100 टका सच है।
अब आपके घर की खिड़की बिजली करेगी उत्पन्न
एक समय आएगा जब आपके घर में लगे खिड़की भी बिजली उत्पन्न करेगी। बिजली बिल हो या फिर पावर सप्लाई दोनों ही एक बड़ी आबादी के लिए आज समस्या खड़ी हुई है, लेकिन आगामी समय में सोलर पावर उनकी समस्या का निराकरण कर सकती है। इस सेक्टर में हर दिन नए नए रिसर्च हो रहे हैं। गांव के घर हो या फिर शहरों की हाई राइज बिल्डिंग इन सभी जगहों पर घरों की खिड़की पर कांच का उपयोग किया जाता है। अगर इस कांच के जरिए हम बिजली उत्पन्न कर सके तो हमारा बिजली बिल कम हो जाएगा। वहीं पावर सप्लाई के लिए हमारे पास एक और सोर्स मिल रहा है।
जानिए आखिर क्या है ये टेक्नोलॉजी
दरअसल हम जिस टेक्नोलॉजी की बात कर रहे हैं वहां आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। आपके घर के खिड़की के कांच की बिजली सप्लाई की बात करें तो आपको काल्पनिक लग रही होगी, लेकिन आने वाला वक्त वहां आएगा जब सब सच होगा और आपके घर की खिड़की में लगे कांच ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल की मदद से आपके घर में बिजली उत्पन्न होगी जो एक कटिंग एज टेक्नोलॉजी है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से खिड़की और बालकनी में आने वाले ग्लास का उपयोग कर बिजली बनाने में किया जाएगा। रिसर्च ने इस सेक्टर में काफी ज्यादा काम किया है। इसमें अधिकतर ट्रांसफर एंड सोलर पैनल की तरह काम करते हैं। इसका मतलब यह है कि यह पैनल स्पेसिफिक यूवी और इंफ्रारेड लाइट लेंस को रोक लेते हैं जो हमें दिखाई नहीं देते हैं।
अब वैज्ञानिकों ने बनाया ट्रांसपेरेंट ग्लास
दरअसल जिस क्लास का इस्तेमाल हम हमारे घर में मुंह देखने के लिए लेते हैं या फिर खिड़की में लगाया जाता है। अब उसी कांच को वैज्ञानिकों ने बिजली बनाने के इस्तेमाल के लिए ट्रांसपेरेंट ग्लास बना दिया है। साल 2014 में मिचिंगन स्टेट यूनिवर्सिटी में रिसचर्स में पहला पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट सोलर कॉन्सेंटटर तैयार किया है। जब ग्लास शीट या खिड़की को पूरी तरह से पीवी सेल में बदल सकता है। साल 2020 तक यूएस और यूरोप के वैज्ञानिकों ने 100 परसेंट ट्रांसपेरेंट 16 ग्लास तैयार कर लिया जो हमें इस परिकल्पना के और नजदीक लाता है। हमारे लिए या टेक्नोलॉजी बड़े काम की है आने वाले इसका इस्तेमाल बिजली बनाने के लिए किया जाएगा जो बिल्डिंग पूरी तरह से दीवार गिलास की बनी हुई है वहां पर इसका इस्तेमाल कर बड़ी मात्रा में बिजली उत्पन्न की जा सकेगी।
दरअसल जिस क्लास का इस्तेमाल हम हमारे घर में मुंह देखने के लिए लेते हैं या फिर खिड़की में लगाया जाता है। अब उसी कांच को वैज्ञानिकों ने बिजली बनाने के इस्तेमाल के लिए ट्रांसपेरेंट ग्लास बना दिया है। साल 2014 में मिचिंगन स्टेट यूनिवर्सिटी में रिसचर्स में पहला पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट सोलर कॉन्सेंटटर तैयार किया है। जब ग्लास शीट या खिड़की को पूरी तरह से पीवी सेल में बदल सकता है। साल 2020 तक यूएस और यूरोप के वैज्ञानिकों ने 100 परसेंट ट्रांसपेरेंट 16 ग्लास तैयार कर लिया जो हमें इस परिकल्पना के और नजदीक लाता है। हमारे लिए या टेक्नोलॉजी बड़े काम की है आने वाले इसका इस्तेमाल बिजली बनाने के लिए किया जाएगा जो बिल्डिंग पूरी तरह से दीवार गिलास की बनी हुई है वहां पर इसका इस्तेमाल कर बड़ी मात्रा में बिजली उत्पन्न की जा सकेगी।