मध्यप्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी, अब अन्नदातों को मिलेगी ये सुविधा, आय होगी दुगुनी

मध्य प्रदेश के किसानों के लिए शिवराज सरकार हमेशा यह प्रयास करती आ रही है कि उन्हें किसी भी योजना से वंचित ना रखा जाए और उन्हें पूरा लाभ मिले। इसी बीच अब किसानों के लिए एक राहत भरी खबर आई है। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में पशु पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय में कृषक प्रशिक्षण केंद्र खुलने जा रहा है इसमें किसानों को नई तकनीक और आई दुगुनी करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमें किसानों की कृषि की लागत कम करने पर ध्यान दिया जा रहा है।

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दरअसल पशुपालन एवं डेयरी मंत्री प्रेम सिंह पटेल मध्य प्रदेश के संस्कारधानी जबलपुर में 24 फरवरी को नानाजी देशमुख पशु चिकित्सालय विज्ञान विश्वविद्यालय में कृषक प्रशिक्षण केंद्र का लोकार्पण करने के साथ ही पशुपालन संगोष्ठी का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान कई पदाधिकारी अधिकारी समेत कई लोग मौजूद रहेंगे। कृषक प्रशिक्षण केंद्र खोलने की वजह से किसानों को आय में बढ़ोतरी होने के साथ ही नई तकनीकी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही किसानों को कृषि की लागत कम करने को लेकर भी कुछ टिप्स बताए जाएंगे।

लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव की अध्यक्षता होगा कार्यक्रम

संस्कारधानी जबलपुर में हो रहे हैं यह कार्यक्रम लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव की अध्यक्षता में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में खास बात यह है कि पशु पालक संगोष्ठी में एकीकृत कृषि प्रणाली और पशुपालन से किसानों की आय दुगुनी कैसे होगी इसको लेकर कई तरह की चर्चाएं की जाएगी। वहीं इसके साथ ही कृषि की लागत कम करने पर भी ध्यान दिया जाएगा ।इस कार्यक्रम के दौरान विभागीय संचालक डॉ. आरके मेहिया, जबलपुर विधायक अजय विश्नोई, अपर मुख्य सचिव पशुपालन एवं डेयरी जेएन कंसोटिया, सुशील कुमार तिवारी, भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. उमेश चंद्र शर्मा मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे।

बता दें कि इस समय केंद्र की मोदी सरकार और मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के द्वारा किसानों की तकनीकी तरीके से खेती कराने को लेकर कई तरह की तैयारी की जा रही है। इसी बीच कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रोन पद्धति को भी छूट दी गई थी जिससे बहुत जल्द भारत में ड्रोन से खेती की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने 100 ड्रोन को हरी झंडी दिखाई थी। वहीं अब मध्य प्रदेश सरकार किसानों की आय कैसे बढ़ेगी और तकनीकी तरीके से कैसे खेती की जाएगी इसको लेकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है और इसको लेकर लगातार प्रयास भी किए जा रहे हैं।

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