मध्यप्रदेश: सरकारी अधिकारी ने अपने रिटायरमेंट पर दी ऐसी अनूठी पार्टी, जानिए क्यों हो रही जिले में चर्चा?
मध्यप्रदेश: आधुनिक युग में लोग कई तरह के अनूठे और सकारात्मक प्रयोग करते रहते हैं। लोगों के इन अनूठे और सकारात्मक प्रयोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से पहचान भी मिली है और लोग प्रोत्साहित हुए हैं। ऐसा ही एक मामला कुछ दिनों पहले सामने आया था जहां शादी के कार्ड को लेकर लोगों ने खूब तारीफें की है। शादी के कार्ड में फायर करने वाले और शराब पीकर आने वालों से निवेदन था कि कृपया शादी में न पधारे। ऐसा ही एक सकारात्मक संदेश मध्यप्रदेश के भिंड जिले के रिटायर्ड एसडीओ दिनेश श्रीवास्तव ने भी दिया है।
प्रायः सरकारी अधिकारी हो या निजी संस्था में कार्य करने वाला हर कोई अपने रिटायरमेंट पर अपने दोस्तों और परिचितों को पार्टी देता है। सरकारी नौकरी से रिटायर हुए दिनेश श्रीवास्तव की कहानी भी कुछ ऐसी ही है जहां उन्होंने कुछ अलग तरह की पार्टी का आयोजन किया। दरअसल आयोजन में एसडीओ दिनेश श्रीवास्तव ने प्लास्टिक के सामानों के उपयोग से परहेज किया। रिटायर्ड एसडीओ दिनेश श्रीवास्तव ने पार्टी में लकड़ी की थाली चम्मच कटोरी और ग्लास का उपयोग किया। आयोजन में आए दोस्तों और परिचितों ने भी उनकी इस पहल को सराहा और बधाइयां दी।
प्लास्टिक बर्तन में खाने से कैंसर का खतरा
आयोजन में आए दोस्तों और परिचितों ने रिटायर्ड एसडीओ दिनेश श्रीवास्तव से इस पहल के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि हम जीवन भर लोगों को प्लास्टिक से दूर रहने की सलाह देते आए हैं। अब जब हम कोई आयोजन कर रहे हैं तो हमें भी पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक के सामानों से परहेज करना होगा और लोगों को भी इसके लिए जागरूक करना होगा। रिटायर्ड एसडीओ दिनेश श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि प्लास्टिक हर किसी के लिए नुकसानदायक है और इससे जीव जंतु को खतरा है इसलिए वह इस मुहिम को निरंतर जारी रखेंगे।
वर्तमान समय में प्लास्टिक हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हो गया है जिसके चलते इसका इस्तेमाल काफी ज्यादा देखने को मिलता है। यह प्लास्टिक जीव जंतुओं के लिए जितना नुकसानदायक है उतना ही मनुष्यों के लिए भी हानिकारक है। हमें कभी भी गर्म चीजों को प्लास्टिक में रखकर नहीं खाना चाहिए क्योंकि प्लास्टिक के जहरीले पदार्थ गरम वस्तुओं में मिल जाते हैं। यह रसायन हमारे शरीर के अंदर जाकर कई तरह की बीमारियों को जन्म देते हैं। तो हमें जितना हो सके उतना ही प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करना चाहिए।