लता मंगेशकर के निधन पर गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने जताया दुख, बताया मां सरस्वती की पुत्री

लता मंगेशकर का रविवार यानी 6 फरवरी को 94 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया है। स्वर कोकिला के निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। इन्होंने अपनी आवाज की बदोलत हर दिल पर राज किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी से लेकर दिग्गजों ने उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की थी। वहीं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने भी शोक जताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।

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गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दी बधाई

मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने लता मंगेश्कर के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि मां सरस्वती की पुत्री ने भले ही दुनिया को अलविदा कह दिया हो लेकिन उनकी आवाज हमेशा जिंदा रहेगी।

बच्चों को गृहमंत्री ने बांटे प्रमाण पत्र

तीन दिवसीय दौरे के दौरान रविवार की सुबह दतिया स्थित निवास पहुंचे गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने लोगों से वन टू वन चर्चा कर समस्याओं को सुना एवं निराकरण के आदेश दिए। इसके साथ ही वहां उपस्थित बच्चों को प्रमाण पत्र वितरित कर बच्चों का मनोबल बढ़ाया।

सरस्वती की पुत्री थी लता मंगेशकर- गृहमंत्री

वहीं गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने स्वर कोकिला कही जाने वाली लता मंगेशकर के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह माता सरस्वती की पुत्री थी उनकी आवाज लोगों को सुकून देती थी। आज वह हम सबके बीच नहीं हैं लेकिन उनकी कमी को कभी नहीं भरा जा सकता।

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गौरतलब है कि लता मंगेशकर का कई दिनों से मुंबई के अस्पताल में इलाज चल रहा था। दरअसल कोरोना की चपेट में आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 5 फरवरी को उनकी अचानक से ज्यादा तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें वैंटिलेटर पर रखा गया था। इस दौरान उन्हें डॉक्टरों ने काफी बचाने का प्रयास किया लेकिन आखिरकार वहां कोरोना से जंग हार गई और दुनिया को अलविदा कह गई।