मध्यप्रदेश के 35 हजार किसानों के लिए महत्वपूर्ण खबर, 2 मई तक किसानों के खांतों में ट्रांसफर की जाएगी 500 करोड़ की राशि

मध्यप्रदेश में गेहूं उपार्जन केंद्र पर गेहूं की खरीदी कुछ ही दिनों में खत्म होने को है। ऐसे में जिन किसानों ने गेहूं भेज दिए हैं उनका भुगतान करने का निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दे दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मिले निर्देश के बाद अब किसानों के गेहूं भुगतान की प्रक्रिया तेज हो गई है। जानकारी मिल रही है कि 2 मई तक किसानों के खातों में सभी लंबित भुगतान को पूरा कर दिया जाएगा। यानी कि 2 मई तक 35000 किसानों के खाते में 500 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की जाएगी।

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2 मई से किसानों को मिलेगा गेहूं का भूगतान

इस मामले में फ़ैज़ अहमद कीदवाई ने जानकारी देते हुए बताया की अभी तक किसानों से 25 लाख 74 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है जिसके लिए 1107 करोड़ रुपए का भुगतान तैयार कर भेजने की तैयारी की जा रही है। उनका कहना है कि 23 अप्रैल तक उपार्जित गेहूं के भुगतान संबंधी कार्रवाई पूरी हो गई है। 2 मई से किसानों के खाते में इन गेहूं का भुगतान किया जाएगा। इस बार किसानों को समर्थन मूल्य पर गए थे गए गेहूं का भुगतान पीएफएमएस पोर्टल पर अपलोड उपार्जित गेहूं के भुगतान किसानों के आधारित बैंक खाते में भेजा जाएगा।

31 मई तक सरकार खरीदेगी चने की फसल

वहीं इस मामले में कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि चने की फसल की खरीदी 31 मई तक की जाएगी ।जिन किसानों ने चने की फसल बेचने के लिए पंजीयन कराया है। उन्हें मैसेज भेज दिया गया है। इनमें 304607 किसान शामिल है। वहीं बाकी किसानों को भी 3 अप्रैल तक मैसेज भेज दिया जाएगा। जिससे 31 मई तक समर्थन मूल्य पर चने की फसल की खरीदी की जाएगी।

गौरतलब है कि इस बार समर्थन मूल्य पर ज्यादा किसानों ने गेहूं नहीं बेचे हैं किसान बाहरी मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे हैं। इसका कारण यह रहा है कि सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 तय किया गया था, लेकिन बाहरी मंडी में उन्हें 2100 से लेकर 2500 तक रुपए का भाव मिला था जिसकी वजह से सरकारी गेहूं उपार्जन केंद्र खाली ही पड़े थे। कई किसानों ने पंजीयन कराने के बाद भी अपना गेहूं सरकारी समर्थन केंद्र पर नहीं बेचे हैं।

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