मध्यप्रदेश के किसानों के लिए महत्वपूर्ण खबर, 17 अप्रैल तक गेहूं के लिए बुक होगा स्लॉट

मध्य प्रदेश में इस समय समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। कई किसान अच्छा भाव मिलने की वजह से सरकारी उपार्जन केंद्र पर गेहूं लेकर नहीं पहुंच रहे हैं। जिसकी वजह से उपार्जन केंद्र पर सन्नाटा पसरा पड़ा है। इसी बीच एक और खबर अब सामने आई है जो किसानों के लिए बड़ी राहत भरी है। दरअसल जिन किसानों ने अभी तक समर्थन मूल्य में पंजीयन नहीं कराया है उनके लिए 2 दिन का वक्त और बचा है। अगर 17 अप्रैल तक समर्थन मूल्य में पंजीयन नहीं कराया तो इसके बाद इनकी फसल नहीं खरीदी जाएगी। वहीं जिन किसानों ने स्लॉट बुक करवा लिया है उन्हें 7 दिन के अंदर गेहूं को उपार्जन केंद्र पर लेकर पहुंचना होगा।

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जानिए किस जिले में कब तक होगी गेहूं खरीदी

आपकी जानकारी के लिए बता दें की मध्य प्रदेश में लगातार समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। 4 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं खरीदी 16 मई तक चलेगी। इसी बीच सोमवार को किसानों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। दरअसल समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वाले किसानों को 17 अप्रैल तक स्लॉट बुक कराना होगा । सरकार ने अंतिम तारीख जारी कर दी है इसके बाद स्लॉट बुक नहीं कराने वाले किसानों की फसलें नहीं खरीदी जाएगी। जबलपुर, रीवा, ग्वालियर, नर्मदापुरम और भोपाल में 16 मई तक गेहूं की खरीदी की जाएगी जबकि इंदौर और उज्जैन में 10 मई तक गेहूं खरीदा जाएगा।

ऐसे होगा गेहूं का भुगतान

बता दें कि इस बार सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है जो पिछले साल से 40 प्रति क्विंटल ज्यादा है। सोमवार से शुक्रवार तक किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदा जा रहा है जिसमें सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे और दोपहर 2:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खरीदी की जा रही है। वहीं गेहूं खरीदी पूरी होने पर किसानों से खरीदे गए गेहूं का भुगतान जेआईटी के माध्यम से किया जाएगा।

वहीं किसानों को आधार लिंक खाते में भी उपज का भुगतान किया जाएगा। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी से पहले किसानों को आधार से लिंक खाता कराने के लिए भी आदेश जारी किए थे, क्योंकि इससे गेहूं का भुगतान करते समय किसी भी तरह की परेशानी ना आए। वहीं जिन किसानों ने अभी तक समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए स्लॉट बुक नहीं करवाया है 17 अप्रैल तक करवा ले। वहीं इसमें स्लॉट बुक करवाने के 3 दिन में फसल को बेचना होती है जहां किसान तहसील के किसी भी सेंटर पर अपनी उपज भेज सकता है।

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गौरतलब है कि इस साल समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए 19 लाख 81000 किसानों ने पंजीयन कराया है जो पिछले साल का 80% है। इस बार 84% ज्यादा है ।वहीं समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए इस बार सरकार ने मध्य प्रदेश में 4 हजार 665 उपार्जन केंद्र बनाए हैं। वहीं उपार्जन से पहले पंजीकृत किसान की पात्रता की जांच नोडल अधिकारी करेंगे। वहीं इस बार एसएमएस की सुविधा खत्म कर दी है जिससे किसानों को स्लॉट बुक कराने के बाद गेहूं बेचना पड़ रहा है।