मध्यप्रदेश के हरदा में खुला देश का पहला गौ ICU कक्ष, इंसानों की तरह होगा गाय माता का इलाज
ICU for Cow in Harda : पिछले लंबे समय से गोवंश लंबी वायरस जैसी बीमारी से काफी ज्यादा पीड़ित हो रही है। ऐसे में प्रदेश में राजनीति भी अपने चरम पर है गोवंश को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। लेकिन इसी बीच मध्यप्रदेश के हरदा जो कि प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल का क्षेत्र आता है। यहां पर एक अनोखी पहल की गई है और देश का पहला गौ ICU केंद्र खोला गया है। जिसमें गोवंश की इलाज की बेहतरीन व्यवस्था का भी इंतजाम किया गया है।
बता दें कि गोपाष्टमी के अवसर पर गोवंश के लिए यहां अनोखी पहल की शुरुआत की गई है। माना जा रहा है कि इस तरह का यह पहला कक्ष है इससे पहले इस तरह का गोवंश के लिए कोई भी आईसीयू युक्त केंद्र मौजूद नहीं है। वहीं इसे गौ चिकित्सा आईसीयू कक्ष नाम दिया गया है। हरदा जिले में की गई इस नई शुरुआत की जमकर तारीफ हो रही है। बता दें कि इस ICU कक्ष में गोवंश के उचित उपचार के लिए सारी सामग्री उपलब्ध कराई गई है।
जिस तरह से इंसानों के लिए आईसीयू बनाया जाता है। उस तरह से ही गौवंश के लिए इस आईसीयू कक्ष को बनाया गया है। जिसमें दवा गोली के साथ ही इमरजेंसी को लेकर भी सारे इंतजाम किए गए हैं। इसमें ऐसी और हीटर की व्यवस्था भी की गई है। बता दें कि इस ICU गौशाला कक्ष का शुभारंभ कृषि मंत्री कमल पटेल ने गौ माता की पूजा करते हुए किया है। गौरतलब है कि अपने ICU रूम पहले इंसानों के लिए देखे होंगे।
गायों का आईसीयू
लेकिन अब गोवंश के लिए भी आईसीयू की व्यवस्था की गई है यहां अनोखी पहल लोगों को काफी ज्यादा पसंद आ रही है। इस तरह का यह पहला कक्ष है। जिसमें इंसानों की तरह गोवंश का भी अच्छे से उपचार किया जा सकेगा उतना ही नहीं दवा गोली के अनुसार यहां पर बेहतरीन व्यवस्था भी की गई है यहां पर फ्री जिसे लेकर साफ पानी और संपूर्ण जानकारी रखने वाले डॉक्टर की भी व्यवस्था की गई है। ताकि गोवंश को होने वाली तमाम बीमारियों का इलाज आसानी से किया जा सके।
वहीं गौशाला से जुड़े सुयोग सोनी द्वारा जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया है कि यहां पर उपचार के साथ ही गोवंश का वशीकरण भी किया जा रहा है इतना ही नहीं लोगों को गोवंश में होने वाली बीमारियों से भी अवगत करवाया जा रहा है और उन्हें घरेलू उपचार से किस तरह से ठीक किया जा सकता है इस बात की भी जानकारी साझा की जा रही है। इस कक्ष की शुरुआत के बाद से ही अब लोगों में गोवंश में बीमारी को लेकर भी काफी जागरूकता देखने को मिल रही है।
वहीं कृषि मंत्री कमल पटेल गोवंश के संरक्षण को लेकर जैविक खेती पर फोकस कर रहे हैं और उन्होंने यह भी कहा है कि आने वाले समय में मध्यप्रदेश में काफी हद तक जैविक खेती की जाएगी। जिसको लेकर भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है आज प्रदेश में बहुत से किसान इसे मौजूद है जो कि जैविक खेती को करना पसंद करते हैं।