INDORE: बस यात्रियों का इंतजार खत्म, मुख्यमंत्री सोमवार को करेंगे लोकार्पण, करोड़ों की लागत से बना ये बस स्टैंड फिर भी खामियां
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में करीब 3 साल बाद 14 करोड़ 80 लाख की लागत से सरवटे बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया है। सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस बस स्टैंड का वर्चुअली उद्घाटन करेंगे। बता दें कि करीब 3 साल पहले जर्जर हो चुके सरवटे बस स्टैंड को निगम और प्रशासन ने बंद कर दिया था। तब से ही यहां से संचालन होने वाली बसों का संचालन तीन इमली चौराहे से किया जा रहा था। अब यह बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया है। उद्घाटन के बाद यहां से 500 बसों का संचालन शुरू होगा।
3 साल बाद बनकर तैयार हुआ बस स्टैंड
इसके साथ ही यहां से सिटी बसें भी चलेंगी। नगर निगम बस स्टैंड का उपयोग पिक एंड ड्रॉप स्टेशन के रूप में करना चाहता है, लेकिन जनप्रतिनिधि और बस ऑपरेटर की मांग है कि सरवटे बस स्टैंड से ही बसों का संचालन किया जाएगा। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर बड़ी सौगात देने के लिए तैयार है। सोमवार को 3 साल बाद बनकर तैयार हुए सरवटे बस स्टैंड का उद्घाटन करेंगे।
नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरवटे बस स्टैंड का शुभारंभ करेंगे। इस बस स्टैंड से सीटी बसों के साथ ही उपनगरी बसों का संचालन किया जायेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक बसों का संचालन पटेल ब्रिज, नौलखा, गंगवाल बस स्टैंड और तीन इमली चौराहा से किया जा रहा था। अभी तक देखा जा रहा था कि बसों को अलग-अलग जगह से चलाया जा रहा था। जिसकी वजह से यात्रियों को भी काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा था, लेकिन 3 साल बाद अब सरवटे बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया है, ऐसे में यात्रियों की परेशानी भी दूर हो जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को इस बस स्टैंड का उद्घाटन करेंगे । लेकिन बताया जा रहा है कि अब भी इस बस स्टैंड में कई तरह की खामियां नजर आ रही है ।
बस स्टैंड में मिलेगी ये सुविधा
3 साल बाद बनकर तैयार हुए इस सरवटे बस स्टैंड के दो मंजिला भवन को बनाने में करीब 14 करोड़ 80 लाख रुपये का खर्च आया है। यह भवन 7878 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इसमें चार पहिया वाहन व 100 दो पहिया वाहनों की पार्किंग की जा सकती है। इसके साथ ही इसमें पेयजल व्यवस्था, बस स्टैंड कार्यालय, पुलिस चौकी, तल घर में यात्री प्रतिक्षालय, बुकिंग काउंटर की सुविधा है। वहीं 17 बसों के एक समय में बस स्टैंड में खड़े होने की व्यवस्था भी रखी गई है इसके साथ ही पहली मंजिल पर फ्रूट जॉन भी बनाया गया है।
जानिए कब बना था सरवटे बस स्टैंड
आपकी जानकारी के लिए बता दें 1970 में इंदौर की सरवटे बस स्टैंड का भूमि पूजन हुआ था। 1 मई 2018 में जर्जर इमारत को देखते हुए बंद कर दिया था। इसके बाद बसों का संचालन गंगवाल बस स्टैंड, पटेल ब्रिज, तीन इमली स्क्वेयर से किया जा रहा है, लेकिन अब यह बनकर तैयार हो गया है।
सरवटे बस स्टैंड में है कई खामियां
नगर निगम प्रशासन ने जिस सरवटे बस स्टैंड को बनाकर तैयार किया है। उसमें आप भी कई तरह की खामियां नजर आ रही है। इसमें बेसमेंट में पार्किंग बनाई गई है, लेकिन उसकी छोटी छत होने की वजह से बड़ी गाड़ियां अंदर नहीं जा सकती है। इतना ही नहीं छोटी कार भी अंदर नहीं घुस पाई है। वहीं जब अधिकारियों की गाड़ियों अंदर नहीं जा पाई तो बेसमेंट का भीम काट दिया गया। सरवटे बस स्टैंड का जब स्ट्रक्चर तैयार किया गया था उस दौरान चार लिफ्ट दिखाई गई थी, लेकिन अब इसमें एक ही लिफ्ट लगी हुई नजर आ रही है। ना तो यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए ना ही कोई जनरेटर की व्यवस्था की गई है। वहीं जब इस मामले को लेकर निगम के अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा से बात की गई तो उनका कहना है कि थोड़ा बहुत भूल सुधार चलता रहता है।
होगा इन बसों का संचालन
पहले जो बसें नौलक्खा, पटेल ब्रिज से चलती थी वहां सरवटे बस स्टैंड से चलेंगी। बड़वानी ,धार, भोपाल, खंडवा, उज्जैन ,उत्तर प्रदेश ,राजस्थान और महाराष्ट्र की सभी बसें यहां से शुरू होगी। अभी तक यात्रियों को इधर-उधर भटकना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा।