सुहाना हो जाएगा मध्यप्रदेश-यूपी और राजस्थान का सफर, इन नेशनल स्टेट हाईवे के पास से निकलेगा अटल प्रोग्रेस-वे, इन जिलों को मिलेगा लाभ
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा देश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। एक राज्य से दूसरे राज्य को जोड़ने वाले कई एक्सप्रेस में के अलावा नेशनल हाईवे बनाए जा रहे हैं। इसी बीच अब एनएचएआई ने अटल प्रोग्रेस वे बनाने के लिए तीन एलाइनमेंट तैयार कर केंद्र की मोदी सरकार को भेज दिए हैं। इस हाईवे की लंबाई करीब 420 किलोमीटर रहेगी ।वहीं यह प्रोग्रेस वे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को और इधर दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेसवे के साथ पोरबंदर सिलचर को जोड़ेगा ।इसके अलावा इसके बनने से उत्तर प्रदेश के इटावा, राजस्थान का कोटा ट्रांसपोर्ट के दो बड़े जॉन भी जुड़ेंगे।
अटल एक्सप्रेस वे के तीन से चार एलाइनमेंट बदले
बता दें कि मोदी सरकार के द्वारा अटल एक्सप्रेसवे को इकोनामिक कॉरिडोर के रूप में डिजाइन किया जा रहा है। मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अधिक से अधिक नेशनल हाईवे के साथ ही स्टेट हाईवे के आसपास से इसे निकाला जाएगा। जिसकी वजह से अटल एक्सप्रेस वे के तीन से चार एलाइनमेंट बदले गए हैं। अब तीन एलाइनमेंट फिर तैयार कर केंद्र के मोदी सरकार के समक्ष पेश किए गए हैं। हालांकि इस एलाइनमेंट में सोन घड़ियाल सेंचुरी के चलते एक बार फिर बदला गया है अभी एलाइनमेंट को एक करते हुए नया प्रस्ताव भेज दिया है।
इन करोड़ के एक्सप्रेस-वे से मप्र को मिलेगा फायदा
बता दें कि अटल एक्सप्रेस में 10000 करोड रुपए से अधिक का रहेगा। यह फोरलेन होगा लेकिन यातायात के हिसाब से छह लेन बनाया जाएगा ।इसकी चौड़ाई 7 मीटर के करीब होगी वही स्टेट हाईवे को जोड़ा जाएगा। हाईवे को जंक्शन के रूप में विकसित करेंगे इस हाइवे को ग्रामीण और स्टेट हाईवे क्रॉस करेंगे वहीं अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज भी बनाए जाएंगे। इस नई परियोजना से चंबल सेंचुरी में इको टूरिज्म पड़ेगा। वहीं दोनों तरफ इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिससे औद्योगिक केंद्र लॉजिस्टिक पार्क व अन्य रहेंगे जानकारी मिली है कि इसका निर्माण कार्य नवंबर से शुरू होने वाला है। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले इसका स्वरूप दिखने भी लगेगा ।वहीं निर्माण और भूमि अधिग्रहण का काम भी साथ-साथ किया जाना है ।वहीं इस हाईवे के मध्यप्रदेश के शिवपुर, मुरैना, भिंड, जिले से निकलकर राजस्थान के कोटा में प्रवेश करेंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद इसका भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होगा ।फिलहाल पुराने प्रस्ताव को रोक दिया गया है जानकारी मिली है कि पुराने एलाइनमेंट के अनुसार 90 फीट नीचे भूमि अधिग्रहित कर ली गई है। हालांकि जल्द ही उत्तर प्रदेश और राजस्थान के लोगों को इससे फायदा मिलेगा और यह अटल एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो जाएगा।