जानिए क्या है जियो ग्लास और कैसे करता है काम, इस तरह यूजर्स के अनुभव को बनाता है बेहतर, जानिए सबकुछ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों देश में 5जी का शुभारंभ कर दिया है। 5जी का शुभारंभ होने के बाद अब इंटरनेट की स्पीड काफी तेज हो जाएगी। दिल्ली के प्रगति मैदान में इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 के छठे संस्करण में नेक्स्ट जेन टेक्नोलॉजी का अनावरण भी किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेश प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए जियो पवेलियन का दौरा भी किया है। इस दौरान उन्होंने पवेलियन में प्रदर्शित ट्रू 5जी डिवाइस जो को देखा और जियो गिलास के माध्यम से इसका अनुभव भी किया है।

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आखिर क्यों चर्चा में आया जियो ग्लास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिओ के युवा इंजीनियरों की टीम द्वारा तैयार की गई। एंड टू एंड 5जी तकनीक के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यह जाना कि कैसे 5जी शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के बीच की खाई को पाटने में मददगार साबित होगा। इस दौरान प्रधानमंत्री द्वारा पहना गया जियो ग्लास भी काफी चर्चा में रहा है। जिओ ग्लास के बारे में कई लोग नहीं जानते हैं कि आखिर यह क्या है।

आम बैठक में पहली बार जियो ग्लास किया पेश

रिलायंस की वार्षिक आम बैठक में पहली बार जिओ ग्लास को पेश किया गया था। कंपनी का यह पहला स्मार्ट क्लास का उद्देश 3डी अवतार, हेलो ग्राफिक कंटेंट और सामान्य वीडियो कांफ्रेंसिंग के अनुभव को अधिक इंटरेक्टिव बनाना है। 75 ग्राम वजनी जियो ग्लास वर्चुअल वर्ल्ड में बातचीत को बेहतर बनाने के लिए 3डी अवतार का इस्तेमाल करता है। इसमें आपको पर्सनलाइज्ड ऑडियो और 3डी होलोग्राम जैसे ऑप्शन भी दिए गए है।

जियो ग्लास की एप्लीकेशन इंडस्ट्री और सेक्टर जैसे कई ई लर्निंग मीडिया और एंटरटेनमेंट गेमिंग और शॉपिंग के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। इस डिवाइस को स्मार्टफोन से भी कनेक्ट कर सकते हैं। एक शानदार वर्चुअल वर्ल्ड का एक्सपीरियंस कर सकते हैं। बता दें कि भारत में 5जी सेवाओं पर खर्च होने वाली राशि 2035 तक 450 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। अगर 5जी आ जाता है तो भारत में इंटरनेट की स्पीड काफी तेज हो जाएगी।

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