इस जगह श्मशान में चिता पर बना मां काली मंदिर, जानिए क्यों है नवविवाहितों के लिए खास

भारत धर्म प्रधान देश है जहां कई मंदिर है जिनमें कई रहस्यमय भी है तो कई चमत्कारी भी है। यहां लोग अपनी मुरादे लेकर पहुँचते है और भगवान उनकी मुरादों को पूरा भी करता है। ऐसा ही एक मंदिर है भारत के राज्य बिहार के दरभंगा में इस मंदिर को देखकर हैरान रह जाएंगे क्योंकि अभी तक आपने मंदिरों को किसी पहाड़ पर बना देखा होगा लेकिन यह पहाड़ नहीं बल्कि चिता पर बना है।

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1933 में हुआ था इस मंदिर का निर्माण

बिहार के दरभंगा में श्यामा बाई के नाम से मशहूर काली मां का मंदिर चिता पर बना है। इस मंदिर की मान्यता है इसमें दर्शन मात्र से हर व्यक्ति की मनोकामना पूरी हो जाती है। बताया जाता है यह मंदिर महाराजा रामेश्वर सिंह की चिता पर बनाया गया था। बताया जाता है कि महाराजा रामेश्वर सिंह दरभंगा राज परिवार के राजाओं में से एक थे। इस मंदिर को रामेश्वरी श्यामा माई के नाम से जाना जाता है इसके पीछे खास बजह है की इस मंदिर महाराजा कमलेश्वर ने 1933 में निर्माण किया था।

घण्टों आरती के इंतजार में खड़े रहते हैं भक्त

आपकी जानकारी के लिए बता दें मां काली का मंदिर जितना मशहूर है उससे कहीं ज्यादा यहां की आरती है। इस मंदिर में आरती के लिए भक्त घंटों इंतजार करते हैं। हिंदी के जितने अक्षर है उतने मां काली के गले में मुंडो की माला है। यहां हर दिन बड़ी संख्या में लोग अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते है । वही नवरात्रि की बात करें तो यहां पर मेला सा लगा रहता है। बड़ी संख्या में यहां पर श्रद्धालु पहुंचते हैं और मां काली के दर्शन कर करते हैं।

दूर-दूर से दर्शन को आते हैं नवविवाहित

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिंदू धर्म में दूल्हा दुल्हन को श्मशान घाट में नहीं जाने दिया जाता है लेकिन यहां पर दूर-दूर से मां काली के दर्शन करने के लिए नवविवाहित दूल्हा दुल्हन पहुंचते हैं और अपने नए जीवन की शुरुआत के लिए आशीर्वाद लेते हैं। माना जाता है कि यहां तंत्र मंत्र दोनों से पूजा होती है।

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