मध्यप्रदेशः 72 घंटे के बाद भू-समाधि से निकले बाबा पुरुषोत्तमानंद, बोले- माता ने कराए तीनों लोकों के दर्शन

आध्यात्मिक संस्था के संस्थापक बाबा पुरुषोत्तमानंद महाराष्ट्र इन दिनों भू’-समाधि में लीन थे। 72 घंटे बाद जिस मुद्रा में गए थे उसी मुद्रा से बाहर निकल रहे हैं। बाबा पुरुषोत्तम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेडिकल हेल्प की जरूरत नहीं है मैं पूरी तरह से स्वास्थ्य हूं। उन्होंने कहा कि माता रानी ने मुझे सभी लोकों के दर्शन करवाए हैं।

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10 दिन पहले बाबा ने त्याग दिया था अन्न

बाबा पुरुषोत्तम महाराज को समाधि लेने की पुलिस ने इजाजत नहीं दी थी। इसके बाद पुलिस द्वारा शपथ पत्र लिखवाने के बाद बाबा समाधि में उतर गए थे। बाबा के घरवालों ने बताया बाबा देवी के भक्त हैं और वे लोगों को चमत्कार दिखाने के लिए समाधि लेते हैं, जहां एक तरफ बाबा के कठिन समाधि ने उनकी उत्सुकता बढ़ा दी है कि पुलिस प्रशासन को परेशान करके रख दिया है। उनके पुत्र मित्र एस के अनुसार बाबा के 10 दिन पहले अन्न का त्याग कर जूस ले रहे थे। बाबा सुबह 11 बजे के करीब समाधि से बाहर आ गए हैं।

पुरुषोत्तमानंद महाराज के अनुसार संपूर्ण विश्व के कल्याण और भगवान के निकट आने के लिए वह समाधि दी है। उन्होंने समाधि लेने से पहले कहा कि समाधि के दौरान सादा और भगवान एक दूसरे के निकट होते हैं। इस दौरान भक्त और भगवान के बीच बिल्कुल भी दूरी नहीं रहती है। उनका कहना है जन कल्याण के लिए संत महात्माओं को समय.समय पर इस प्रकार की समाधि लेना पड़ती है।

पुरुषोत्तमानंद महाराज ने समाधि लेने से पहले कहा वह इससे पहले जल समाधि ले चुके हैं ।इस दौरान से 12 घंटे तक पानी में रहे थे। वहीं उनका दावा है कि वहां 1985 में अग्नि स्नान भी कर चुके हैं। अग्निस्नान के वक्त वे 1985 में अपने शरीर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी। उनका कहना है इस दौरान 80 फीसद जले थे, लेकिन उनके शरीर पर आज एक भी जलने के निशान मौजूद नहीं है।

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