मध्यप्रदेश ने रणजी ट्रॉफी जीतकर खत्म किया 67 साल का सूखा, ये खिलाड़ी रहे जीत के सूत्रधार

मध्य प्रदेश में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश की टीम ने 41 साल की चैंपियन रही मुंबई को 6 विकेट से हराकर 67 साल का सूखा खत्म कर दिया है। मध्य प्रदेश की टीम 23 साल के बाद फाइनल में पहुंची और टीम के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन की बदौलत इस मुकाबले को जीतकर रणजी ट्रॉफी के खिताब पर कब्जा कर लिया है। बता दें कि फाइनल मुकाबले में मुंबई ने पहले खेलने के बाद 374 रन बनाए थे। इसके जवाब में मध्य प्रदेश की टीम ने 536 रन बनाए और 162 रनों की विशाल बढ़त हासिल की थी। इसके बाद दूसरी पारी में मुंबई की तरफ से मध्य प्रदेश को 108 रन का लक्ष्य मिला जिसे 4 विकेट गंवाकर इस मुकाबले को जीत लिया है।

google news

पहली बार मध्यप्रदेश ने जीती रणजी ट्राफी

बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मध्य प्रदेश और मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला गया था। पांचवे दिन का मुकाबला बहुत ही रोमांचक रहा था। पहले दिन की बात करें तो मुंबई में खेलने के बाद 374 रन बनाए थे। इसके जवाब में मध्यप्रदेश की तरफ से रजत पाटीदार ने 122, यश दुबे 133 और इंदौर के शुभम शर्मा ने 116 रन की शतकीय पारी खेलते हुए पूरी टीम ने 536 रन बनाए। इस मुकाबले में मध्य प्रदेश की टीम 162 रनों की विशाल बढ़त के साथ आगे रही। इसके बाद दूसरी पारी में मुंबई की टीम 269 रनों पर सिमट गई। मुंबई की तरफ से मध्य प्रदेश को 108 रनों का लक्ष्य मिला। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम ने 4 विकेट गंवाकर 6 विकेट से मुंबई को हरा दिया और पहली बार रणजी ट्राफी खिताब पर कब्जा जमा लिया।

23 साल बाद फाइनल खेली मध्यप्रदेश

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश की टीम के 23 साल के बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है। इस मुकाबले में रजत पाटीदार ने दूसरी पारी में कमाल कर दिया। 122 रनों की शतकीय पारी खेली है। रजत ने दूसरी पारी में 29 रनों की मैच विनिंग पारी खेली। इस दौरान उनके बल्ले से चार चौके निकले। वहीं दूसरी पारी में हिमांशु मंत्री ने 33 और शुभम शर्मा ने 30 रन जड़े। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी सलामी जोड़ी हिमांशु मंत्री और यश दुबे ने शानदार प्रदर्शन किया है।

रजत के साथ इस खिलाड़ी ने खेली नाबाद पारी

इस मुकाबले की खास बात यह रही है मध्यप्रदेश टीम ने 67 साल का सूखा खत्म किया है। यानी कि मध्य प्रदेश की टीम ने 1954—55 से रणजी टॉफी खेल रही है। जिसके बाद अब जीत हासिल हुई है। मुंबई की तरफ से जो लक्ष्य मिला था। वहां मध्य प्रदेश के बल्लेबाजों के लिए इतना मुश्किल नहीं था। दोनों बल्लेबाजों के बीच 52 रन की साझेदारी हुई। हिमांशु मंत्री गेंदबाज सेंसर मुलानी के ओवर में क्लीन बोल्ड हो गए। उन्होंने 55 गेंदों पर तीन चौके की मदद से 37 रन बनाए। वहीं पर सहानी क्रीज पर आए इसके बाद वहां भी 5 रन बनाकर वापस लौट गए। ऐसे में शुभम शर्मा के साथ पारी को आगे बढ़ाने में रजत पाटीदार ने उनका साथ दिया और शुभम शर्मा गेंदबाज मुलानी के ओवर में अरमान जाफर को कैच थमा बैठे।

google news

इस दौरान शर्मा ने 75 गेंदों पर एक चौका और एक छक्के की मदद से 30 रन जड़ दिए। इसी तरह मध्य प्रदेश की टीम ने 4 विकेट खोकर 101 रन बना लिए थे ।इसके बाद आदित्य श्रीवास्तव क्रीज पर आए उन्होंने पाटीदार का साथ देते हुए नाबाद पारी खेली और एमपी की जीत हो गई। इसी तरह मध्य प्रदेश की टीम ने 29.5 ओवर में इस मैच को जीत लिया और 108 रन बनाए।