इस जगह बना मध्यप्रदेश का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस दिन करेंगे लोकार्पण, जानिए खासियत

मध्य प्रदेश को 2022 में एक के बाद एक सौगात मिल रही है। एक तरफ जहां दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का काम जोरों से चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर कटनी जिले में मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा रेलवे ओवरब्रिज बन गया है। जानकारी के अनुसार इस रेलवे ब्रिज की ऊंचाई करीब 18 मीटर से अधिक है। वहीं इस ब्रिज का लोकार्पण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा गुरुवार किया जाएगा। इस ब्रिज का लोकार्पण होने के बाद कटनी शहर में ट्रैफिक की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी ।

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रेलवे ओवर ब्रिज बनने से ट्रैफिक होगा सुगम

दरअसल इस रेलवे ब्रिज के बन जाने के बाद शहर में ट्रैफिक की समस्या खत्म हो जाएगी। अभी तक सड़क के दोनों और रेलवे ट्रैक होने की वजह से जब ट्रैक से ट्रेन गुजरती है तो सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती है। जिसकी वजह से ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न हो जाती है। वहीं लोग इस ट्रैफिक में परेशान होते रहते हैं। कई बार इस जगह पर एंबुलेंस और जरूरी सेवाओं में काम आने वाले वाहन को भी ट्रैफिक का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा 18 मीटर से ज्यादा का रेलवे ओवर ब्रिज बनकर तैयार हो गया है।

जानिए इस रेलवे ओवर ब्रिज की खासियत

इस रेलवे ओवरब्रिज को बनाने में करीब 8 करोड़ 49 लाख 45 हजार रुपए की लागत लगी है। वहीं यह ब्रिज मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा ब्रिज होने का गौरव भी प्राप्त कर चुका है ।इसे बनाने में अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया है। इसके निर्माण में इंजीनियरिंग की अत्याधुनिक तकनीक और सामग्री का उपयोग करने के साथ ही ब्रिज पर शोर में कमी के लिए नाइस बैरियर लगाया गया है। वहीं क्लीयरिंग देने के लिए ब्रिज की ऊंचाई बढ़ाई गई है। जिसमें अब इस ब्रिज की ऊंचाई 18.04 मीटर है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां रेलवे ओवर ब्रिज 48 पिल्लर पर खड़ा है। इसकी लंबाई करीब 1433.451 मीटर है। वहीं यहां रेलवे ओवर ब्रिज एक बार मे 70 टन का भार उठा सकता है।

बता दें कि अभी तक शहरवासियों को ट्रैफिक की समस्या से काफी परेशान होना पड़ता था, लेकिन इस ओवर ब्रिज के बन जाने की वजह से ट्रैफिक आवागमन सुगम होगा और शहर का ट्रैफिक सिस्टम बेहतर तरीके से चलेगा। वहीं कटनी से जबलपुर जाने वाले लोगों को अब जाम की समस्या से परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि इस रेलवे ओवरब्रिज के बन जाने के बाद वहां आसानी से निकल कर जा सकते हैं।

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