मध्यप्रदेश के मेडिकल छात्रों की बल्ले बल्ले, इस वर्ष नहीं बढ़ेगी निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस

मध्य प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बहुत ही अच्छी खबर सामने आई है। दरअसल निजी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने वाले छात्रों की मेडिकल फीस अब नहीं बढ़ाई जाएगी। इन्हें पिछले साल के बराबर ही फीस का भुगतान करना पड़ेगा। 2 दिन पहले हुई फीस विनियामक कमेटी की बैठक में इसका फैसला लिया गया है। ऐसे में अब निजी कॉलेज में पढ़ाई करने वाले छात्रों को बड़ी राहत मिली है।

google news

प्रदेश के 13 कॉलेजों की नहीं बढ़ेगी फीस

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश में करीब 13 निजी मेडिकल कॉलेज हैं। 2 दिन पहले विनियामक समिति की बैठक आयोजित हुई थी जिसमें निजी मेडिकल कॉलेज संचालकों से खर्चों के ब्यौरे का प्रतिवेदन मांगा गया था। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष निजी मेडिकल कॉलेजों की न्यूनतम फीस 900000 एवं अधिकतम 1000000 रुपए प्रति वर्ष तय की गई है जो कि पिछले साल के बराबर ही है। इस साल कोई भी निजी कॉलेज अपनी फीस नहीं बढ़ा सकता है।

2018-19 में बढ़ाई थी कॉलेजों की फीस

विनियामक समिति ने 2018-19 में कॉलेजों की फीस तय की गई थी। छह मेडिकल कॉलेजों का फीस में दो से चार लाख की बढ़ोतरी कर दी गई थी। मध्यप्रदेश में एडमिशन एंड फीस रेगुलेटरी कमिटी निजी कॉलेजों की फीस का निर्धारण करती है, जबकि सरकारी मेडिकल कॉलेजों में इस बढ़ाने का अधिकार चिकित्सा शिक्षा विभाग के पास होता है। एएफआरसी की अनुमति के बाद ही निजी कॉलेज शैक्षणिक शुल्क बढ़ा सकते हैं।

इस तरह तय की जाती है फीस

एएफआरसी निजी कॉलेजों की ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर फीस निर्धारित करती है। प्रत्येक कॉलेज को यह जानकारी देना होता है कि 1 साल में कितनी आई हुई और मरीजों को छात्रों पर कितनी राशि खर्च की गई है। आय व्यय के अनुपात को देखकर यह तय किया जाता है कि कॉलेज फीस बढ़ा सकते हैं या नहीं।

google news

कॉलेज 2018-2019 में तय की गई फीस

साल 2018-19 में तय की गई फीस की बात करें तो इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में 11.15 लाख उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की फीस 8.5800000 रुपए, इंदौर के अरविंदो मेडिकल इंस्टिट्यूट की फीस 9.53 लाख रुपए, भोपाल के एलएन मेडिकल कॉलेज की फीस 11.55 लाख रुपए, भोपाल के चिरायु मेडिकल कॉलेज की फीस 11.66 लाख रुपए तय की गई है।