मध्यप्रदेश के मेडिकल छात्रों की आई मौज, अब फ्री में मिलेगी डिग्री, एमपीएमएसयू ने जारी किया नोटिफिकेशन

मध्य प्रदेश कि संस्कारधानी जबलपुर के मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी ने छात्रों को बड़ी राहत दी है। दरअसल प्रोविजनल और स्थाई डिग्री लेने वाले छात्रों को अब फीस जमा नहीं करना पड़ेगी। मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के तरफ से लिए गए इस निर्णय के बाद छात्रों में काफी खुशी देखी जा रही है। इसके अलावा दो हजार सोलह की बेच के जिन छात्रों ने फीस जमा कर दी है। वहां उसे वापस लौटाने की मांग कर रहे हैं ।हालांकि अभी तक फीस लौटाए जाने का मामला असमंजस की स्थिति में उलझा हुआ है।

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1 अगस्त से डिग्री का बदल दिया नियम

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हर साल संस्कारधानी जबलपुर के मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में डिग्री लेने के लिए बड़ी संख्या में एडमिशन लेते हैं, लेकिन ऐसे में इस साल प्रोविजनल और स्थाई डिग्री लेने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी की तरफ से बड़ी राहत दी गई है। अब इन छात्रों से यूनिवर्सिटी के द्वारा फीस जमा नहीं कराई जाएगी। 1 अगस्त से डिग्री प्राप्त किए जाने के नियमों में परिवर्तन कर दिया गया है। यह फैसला छात्रों के हित में लिया गया है यानी कि यूनिवर्सिटी डिग्री पर ली जाने वाली राशि समाप्त कर दी है।

जानिए डिग्री के लिए कितनी लगती थी फीस

छात्रों से लिए जाने वाले डिग्री फीस को समाप्त करने से उन पर लगने वाले अतिरिक्त भार कम हो जाएगा। मेडिकल पढ़ाई कर रहे छात्रों को पहले प्रोविजनल डिग्री के लिए आवेदन करना पड़ता था। इसके बाद ही स्थाई डिग्री मिलती थी इन दोनों के लिए फीस देना पड़ती थी, लेकिन अब किसी भी तरह की फीस नहीं ली जाएगी ।छात्रों ने बताया यह फीस प्रोविजनल 5000 और स्थाई के लिए 2000 तक होती थी। 2016 की बेच के अधिकतर छात्र अपनी डिग्री के लिए सात से 8000 रुपये फीस के रूप में जमा कर चुके हैं। जिसकी वजह से इस तरह का फैसला लिए जाने के बाद उन्हें बड़ा झटका लगा है।

2016 बैच के छात्र फीस वापसी की कर रहे मांग

2016 बैच के मेडिकल छात्रों के द्वारा डिग्री के लिए जमा की गई। फीस वापस देने की मांग कर रहे हैं ।इस तरह के फैसला लिए जाने के बाद वहां अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने जमा की गई फीस को वापस लौट आने की छात्रों के द्वारा मांग की जा रही है ।उनका कहना है कि समय पर फिर जमा तो करा दी। अब क्योंकि यूनिवर्सिटी में छात्र हित में निर्णय लिया है तो उनकी फीस वापस लौटाई जाए ।इसी विद्यालय के अधिकारियों को इस मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए मेल भी किया है ।हालांकि अब देखना होगा कि इन छात्रों की मांगों को पूरा किया जाता है या नहीं।

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