इंदौर के मिल्खा सिंह को मिला साउथ अ​फ्रीका में दौड़ने का न्योता, पैरों में पड़े छाले-रिसते रहे घाव फिर भी 41 घंटें दौड़े कार्तिक, देखें संघर्ष

मध्य प्रदेश के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है। यहां से कई युवा ऐसे निकले हैं जिन्होंने प्रदेश का मान बढ़ाया है। ऐसे में अब बात करें इंदौर के मिल्खा सिंह के नाम से पहचाने जाने वाले कार्तिक जोशी की जिनकी उम्र सिर्फ 21 वर्ष हैं, लेकिन इनके हौंसलों में इतना दम है कि अब पूरी दुनिया को अपनी मुट्ठी में काबू करने का दम रखते हैं। कार्तिक गरीबी से निकले हैं और एक अच्छे धावक है, लेकिन उनके पास ना अच्छे जूते हैं, नाही अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए कुछ खुराक के लिए पैसे हैं। ऐसे में अगर कार्तिक की बात करें तो उन्होंने अपना हौंसला नहीं खोया है। एक समय ऐसा भी है जब उनके पैरों में छाले पड़ गए, तब भी उन्होंने दौड़ना नहीं छोड़ा है। ऐसे में अब इंदौर के कार्तिक को साउथ अफ्रीका में दौड़ने का न्योता मिला है।

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कार्तिक के जुनून को देखकर रह जायेंगे हैरान

देश के सबसे स्वच्छ शहर और मां अहिल्या की नगरी इंदौर हर जगह अपनी ख्याति प्राप्त कर चुका है। ऐसे में इस शहर में ऐसे कई युवा हैं जिनमें टैलेंट की कमी नहीं है। इसमें एक कार्तिक जोशी भी है, जिन्हें अब साउथ अफ्रीका से दौड़ने के लिए न्योता मिला है। जानकारी मिली है कि अक्टूबर में बैकयार्ड अल्ट्रामैरॉथन के लिए कार्तिक को बुलाया गया है। जिसके लिए कार्तिक अभी से ही तैयारी कर रहा है। कार्तिक जोशी इतनी मेहनत करते हैं कि उनके पैरों में अगर छाले भी पड़ गए तो भी दौड़ना बंद नहीं करते है।

115 से​ अधिक प्रतियोगिता में लिया हिस्सा

बता दें कि कार्तिक ने देश के 15 राज्यों में 115 से अधिक प्रतियोगिता में भाग लेकर रेस जीती है। इसके साथ ही उन्होंने अब तक 2 वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया है। जिसमें उनकी सबसे लंबी 277 किलोमीटर की दौड़ हैं। जिसको कार्तिक जोशी ने 41 घंटे में पूरी की थी, लेकिन अब कार्तिक जोशी को विदेश मैं दौड़ने का ऑफर मिला है। ऐसे में अक्टूबर में होने वाली चैंपियनशिप में कार्तिक जोशी महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर देश ही नहीं बल्कि इंदौर का नाम भी रोशन करेंगे।

बता दें कि बेंगलुरु में नेशनल चैंपियनशिप जुलाई में होने वाली है। जिसमें 24 घंटे की स्टेडियम रन और अगस्त में आयोजित 90 किलोमीटर कामरेड रन मैराथन में हिस्सा लेंगे। कार्तिक जोशी इंदौर से राजधानी भोपाल के बीच 200 किलोमीटर की दौड़ भी लगा चुके हैं। उनके इस जुनून और उपलब्धियों को देखने के बाद इंदौर का मिलखा सिंह कहा जाता है। वहां अभी तक गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। कई बार कार्तिक के पास बाहर जाने के पैसे नहीं थे। ऐसे में वे स्टेशन पर ही सोए और ब्रेड आचार खाकर अपना पेट भरा था।

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एक नजर में देखें कार्तिक की उपलब्धि

हरियाणा में 277 किलोमीटर की दौड़ 41 घंटे में पूरी की। गुरुग्राम 262 किलोमीटर 39 घंटे में पूरी की। 250 किलोमीटर बेंगलुरु, 203 किलोमीटर राजधानी दिल्ली, 200 किलोमीटर आर्थिक राजधानी इंदौर से भोपाल, 220 किलोमीटर कर्नाटक यह सभी दौड़ कार्तिक जोशी ने पूरी की है। जिसमें उन्हें कई मेडल मिल चुके हैं। अब ऐसे में आगामी समय में होने वाली मैराथन दौड़ में हिस्सा लेकर देश के साथ ही इंदौर का नाम रोशन करेंगे।