MP: नए व्यापम घोटाले पर बैकफुट पर शिवराज सरकार, शिक्षक वर्ग-3 के पेपर का स्क्रीनशॉट वायरल, विवादों में पीईबी

मध्य प्रदेश में हाल ही में हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा और वर्ग 3 शिक्षक भर्ती परीक्षा अब सवालों के घेरे में गिर गई है। दरअसल व्यापम की ओर से आयोजित होने वाली इन परीक्षाओं को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होने लगे है। यानी कि मध्यप्रदेश में व्यापम का जिन्न फिर बाहर निकल आया है। इसके लिए अभ्यार्थियों ने शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस अभी से मुद्दा बनाते हुए शिवराज सरकार को घेरने की तैयारी में थे। ऐसे में शिवराज सरकार फिर से बड़ी मुसीबत में आ सकती है।

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शिवराज सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

दरअसल राजधानी भोपाल में पीईबी दफ्तर के बाहर सोमवार को अभ्यार्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। इस दौरान उन्होंने रिजल्ट में गड़बड़ घोटाला करने के साथ ही हेराफेरी करने के आरोप लगाए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें ज्यादा नंबर लाने के बाद नॉट क्वालिफाइड बता दिया गया, जबकि उसकी कैटेगरी में कम नंबर आने वालों को भी क्वालीफाई कर दिया गया है। जिसकी वजह से अभी अभ्यार्थियों का गुस्सा फूट गया है और फिर से शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

पेपर का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश में 6000 पदों पर पुलिस आरक्षक की भर्ती की गई। जिसमें लिखित परीक्षा का रिजल्ट घोषित हो गया है। जिसमें कई विद्यार्थियों ने सवाल उठाए है। इस दौरान उन्होंने परीक्षाओं में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है और सड़क पर उतरकर पीईबी दफ्तर के बाहर जमकर प्रदर्शन करते हुए शिवराज सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। वहीं प्राथमिक शिक्षा भर्ती वर्ग तीन की परीक्षा को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है। इस परीक्षा के पेपर का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसे लेकर अब कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं।

बता दें कि मध्यप्रदेश में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के द्वारा प्राथमिक शिक्षक पात्रता वर्ग तीन की परीक्षा आयोजित कराई गई थी। इसमें करीब 937000 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। वहीं 25 मार्च का एक प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें काफी सवाल खड़े हो रहे हैं और यह परीक्षा विवादों के घेरे में आ गई है। ऐसा लग रहा है कि फिर व्यापम विवादों में आ गया। पेपर के स्क्रीनशॉट वायरल होने पर विवाद बढ़ गया है। वहीं परीक्षा केंद्र पर मोबाइल ले जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित था। अब सवाल यह उठता है कि आखिर पेपर का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हो रहा है।

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शिवराज सरकार को घेरने की तैयारी में कांग्रेस

परीक्षा के पेपर का स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद पीईबी चेयरमैन आईसीपी केसरी ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं कांग्रेस भी अब इसे मुद्दा बनाने के लिए तैयारी में जुट गई है। कांग्रेस एक बार फिर शिवराज सरकार को व्यापम के मामले में सड़क पर घसीट सकती है। शिक्षक भर्ती पात्रता परीक्षा के पेपर लीक करने के मामले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी का नाम आने के बाद कांग्रेस के नेता इस मुद्दे को भुनाने में जुट गए। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा.. मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार व्यापम पार्ट 2 घोटाले की ओर बढ़ रहा है। यानी कि अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कई तरह के गंभीर आरोप लगाया जा रहा है।

फिर बैकफुट पर शिवराज सरकार

गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने f.i.r. से जुड़े सवाल पर कहा कि कूट रचित स्क्रीनशॉट के जरिए मुख्यमंत्री के जनजाति वर्ग के आने वाले योग्य और इमानदार एचडी पर कीचड़ उछालने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। कांग्रेस हर बार झूठ के सहारे से कीचड़ उछालने का काम करती रही है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता है कि हर बार उनके झूठ की वजह से उन्हें मुंह की खानी पड़ती है।