मध्यप्रदेश के इन गांवों की अब बदलेगी तस्वीर, इन महिलाओं को दी ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी, मिलेगा ये लाभ
मध्य प्रदेश में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे जा रही और इन्हें आगे ले जाने का जिम्मा शिवराज सरकार का है। सरकार लगातार इनके लिए कई तरह की योजना के साथ ही उनकी मदद करने में लगी है। इसी का नतीजा है कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं। राजधानी भोपाल में अब महिलाओं के लिए एक नई पहल शुरू की है जिससे उन्हें काफी लाभ मिलने के साथ ही गांव की तस्वीर भी बदलेगी। दरअसल राजधानी भोपाल के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में टैक्स वसूलने का काम अब महिलाओं को दिया गया है जिससे ना सिर्फ महिला सशक्तिकरण होगा साथ ही इससे गांव की तस्वीर भी बदलेगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते दिनों जहां मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले की महिलाओं ने अपनी कड़ी मेहनत के बाद लहसुन का अचार तैयार किया था जिसे अब विदेशों में बेचने की तैयारी की जा रही है और यह सब महिला स्व सहायता समूह की सहायता से हुआ है। जिससे आज कई महिलाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार दिया जा रहा है। वहीं महिलाएं आज प्रदेश को मजबूत स्थिति के साथ ही अपने जिले का नाम और गांव का नाम रोशन करने में लगी है। इसी बीच अब राजधानी भोपाल में भी एक नई पहल शुरू की है जिसकी जिम्मेदारी अब महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को सौंपी है।
प्रशासन ने बनाई ये योजना
दरअसल राजधानी भोपाल में 187 गांव पंचायत है इसके अंतर्गत करीब 614 गांव शामिल है। इन गांव के लोगों से अब यह महिलाएं प्रॉपर्टी टैक्स, कमर्शियल टैक्स, जल टैक्स के साथ स्वच्छता कर वसूल करेगी ।इसमें महिलाओं की अलग-अलग टीम बनाई गई है जिसमें एक पंचायत में 2 महिलाओं को रखा गया है। प्रशासन ने इस पहल का नाम टैक्स सखी रखा है। महिलाओं के इस तरह के काम से ना सिर्फ महिला सशक्तिकरण होगा साथ ही गांव की तस्वीर भी बदलेगी।
ऐसे होगा गांव का विकास
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जल टैक्स, स्वच्छता कर, प्रॉपर्टी टैक्स, कमर्शियल टैक्स, महिलाओं के द्वारा वसूला जाएगा । उसी टैक्स के पैसे को गांव के विकास में लगाया जाएगा। जिससे गांव में पक्की नालियां, स्टेट लाइट, समेत कई तरह की ऐसी जो समस्याएं ग्रामीण क्षेत्र में उत्पन्न होती है उन समस्याओं का निराकरण कर निर्माण कार्य कराए जाएंगे। इसके साथ ही अब शहर की तरह ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी कचरा गाड़ी जाएगी और घर-घर से कचरा इकट्ठा करेगी ।
अधिकारियों ने जानकारी में बताया कि अभी तक महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने करीब 14 दिनों में 2500000 रुपए का टैक्स वसूल किया है। इस टैक्स कलेक्शन को रोजाना ऑनलाइन तरीके से दर्ज कर रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले इस काम को सरपंच और पंचायत सचिवों के द्वारा किया जाता था, लेकिन उनके द्वारा किसी भी तरह का कोई हिसाब किताब नहीं रखा गया था जिसकी वजह से आप इस काम की जिम्मेदारी महिला स्व सहायता समूह को दी गई है। वहीं महिलाओं को टैक्स वसूली में टैक्स कलेक्शन के बदले इंसेंटिव भी दिए जाएंगे। इस पहल से ना सिर्फ गांव की तस्वीर बदलेगी बल्कि गांव में महिला सशक्तिकरण भी होगा।