मध्यप्रदेश में तेल के दाम ने छुआ आसमान, कहीं से भी राहत के नजर नहीं आ रहे आसार, जानिए किस वजह से बढ़ी कीमत
वैश्विक स्तर पर तेल के भाव बढ़ने की वजह से भारतीय खाद्य तेलों की कीमतों में भी उछाल देखने को मिल रहा है। इस समय भारतीय बाजार में तेल के दाम बढ़ गए है। इंडोनेशिया ने अपने देश में तेल की किल्लत के चलते निर्यात पर रोक लगा दी है। जिसकी वजह से अब भारतीय बाजार में तेल की कीमत बढ़ गई है। आगामी 28 अप्रैल से इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने तेल की किल्लत खत्म होने तक निर्यात पर रोक लगा दी है जिस पर उन्होंने कहा कि वहां खुद तेल की आपूर्ति पर्याप्त रहे और कीमत भी कम रहे इसको लेकर निगरानी रखेंगे, लेकिन अगर भारतीय बाजार में बात करें तो तेल के दाम उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं।
लगातार आसमान छू रहे तेल के दाम
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में सोयाबीन तेल समेत मूंगफली तेल के भाव बढ़ गए हैं। इस समय सोयाबीन रिफाइंड 1600 से 1625, मूंगफली तेल 1640 से 1660,सोयाबीन सल्फेट 1590 से 1595, मुंबई सोया रिफाइंड 1595, मुंबई पाम तेल 1515, राजकोट तेलिया 2560 इसी तरह के सभी तेलों के दाम आसमान छू रहे हैं लगातार तेल के भाव बढ़ने से आम जनता काफी परेशान है।
इसके साथ ही तिलहन तेल की बात करें तो इसमें रायडा 6200 से 6400, सरसों 6600 से 6700, सोयाबीन 7500 से 7665 रुपये क्विंटल, सोयाबीन डीओसी स्पॉट 59000 से 61500 रुपए टन है। इसके साथ ही प्लांटों के सोयाबीन भाव भी बड़े हैं। इसमें महाकाली 7800, लक्ष्मी 7600, लक्ष्मी 7688 से 7500, सांवरिया 7750, रुचि 7700 रुपए के भाव है। इसके साथ ही कपास्या खली के भाव भी बड़े हैं। जिसमें देवास में 2225, इंदौर 2225, उज्जैन 2225, अकोला 3300 रुपए 60 किलो बिना टैक्स के मिल रही है।
इस वजह से पड़ा भारत पर असर
दरअसल इंडोनेशिया पाम आयल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। यहां से आयल का निर्यात किया जाता है। यहां देश हर साल 48 मिलियन टन पाम आयल का उत्पादन करता है जिसका 17 मिलियन टर्न इंडोनेशिया में ही उपयोग लिया जाता है बाकी का 30 फीसदी को निर्यात किया जाता है ।जिसका भारत में 4000000 टन पाम ऑयल का आयात होता है, लेकिन इंडोनेशिया में ही ऑयल का भाव बढ़ गया है जिसकी वजह से अब भारत में निर्यात पर रोक लगा दी गई है जिसकी वजह से भारत में तेल के दाम बढ़ रहे है।