श्रद्धालुओं की पीड़ा सहन नहीं कर पाए पंडित प्रदीप मिश्रा, रुद्राक्ष वितरण पर लगाई रोक, यह है वजह

सीहोर जिले का कुबेरेश्वर धाम इस समय लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। कई दिनों से यहां लोगों को अभिमंत्रित रुद्राक्ष का वितरण किया जा रहा है। अभी तक यहां 7 लाख बसे अधिक रुद्राक्ष का वितरण किया जा चुका है, लेकिन इसके बावजूद भी कई लोग अभी तक रुद्राक्ष नहीं ले पाए है। रोजाना रुद्राक्ष लेने के लिए दूरदराज से कई लोग पहुंचते हैं और इन्हें आधार कार्ड के आधार पर रुद्राक्ष का वितरण किया जा रहा है। बढ़ती गर्मी की वजह से सोमवार को 4 बजे तक रुद्राक्ष का वितरण किया गया, लेकिन नर्मदापुरम में जारी कथा के समापन के मौके पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने भीषण गर्मी के चलते घोषणा करते हुए रुद्राक्ष के वितरण पर रोक लगा दी जिससे कहीं ना कहीं लोगों में निराशा देखी जा रही है।

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सोमवार शाम 4 बजे तक किया रुद्राक्ष का वितरण

दरअसल हर दिन बड़ी संख्या में अभिमंत्रित रुद्राक्ष को लेने के लिए लोगों की लंबी लंबी लाइन लगती है। सीहोर जिले के साथ ही इंदौर, देवास और आसपास के कई जिलों से श्रद्धालु पहुंच रहे थे, इन्हें आधार कार्ड के आधार पर अभिमंत्रित रुद्राक्ष का वितरण किया जा रहा था, लेकिन मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी के चलते रुद्राक्ष के वितरण पर रोक लगा दी गई है। जानकारी मिल रही है कि सोमवार शाम 4 बजे तक रुद्राक्ष का वितरण किया गया था, लेकिन इसके बाद पंडित प्रदीप मिश्रा ने अभिमंत्रित रुद्राक्ष के वितरण पर रोक लगाने की घोषणा कर दी है जिससे कई लोगों के हाथ सिर्फ निराशा लगी है।

3 अप्रैल से वितरित कर रहे थे रुद्राक्ष

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुबेरेश्वर धाम में 3 अप्रैल से अभिमंत्रित रुद्राक्ष का वितरण किया जा रहा था। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के समापन के दौरान कहा कि उनके पास एक छोटे से बच्चे ने कुबेरेश्वर धाम से चिट्ठी भेजी थी कि वहां अपनी दादी के साथ अभिमंत्रित रुद्राक्ष लेने पहुंचा था, लेकिन इसी दौरान दादी को तेज गर्मी के चलते चक्कर आ गया। पत्र को पढ़ने के बाद प्रदीप मिश्रा ने तत्काल प्रभाव से अभिमंत्रित रुद्राक्ष के वितरण पर रोक लगाने की घोषणा कर दी है।

हालांकि हर दिन सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक रुद्राक्ष का वितरण किया जाता है। इस दौरान दूरदराज से लोग पहुंचते हैं लेकिन अचानक शाम 4:00 बजे रुद्राक्ष वेतन पर रोक लगाने से कई लोगों को निराश होकर खाली हाथ वापस लौटना पड़ा है। वहीं इस खबर के बाद कई लोगों को निराशा हाथ लगी है। सोमवार की बात करें तो यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष का वेतन किया गया था।

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श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने रखी थी व्यवस्था

इस मामले को लेकर वेटलेस सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने जानकारी देते हुए कहा कि 3 अप्रैल से नवरात्रि से शुरू हुए रुद्राक्ष का वितरण सोमवार 9 मई तक जारी रहा, लेकिन अब आगामी आदेश तक इसका वितरण बंद रहेगा। देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग यहां अभिमंत्रित रुद्राक्ष लेने के लिए पहुंचे थे जिसमें अभी तक करीब साढ़े 7 लाख से अधिक भक्तों को रुद्राक्ष का वितरण किया गया है। इस रुद्राक्ष के वेतन के लिए करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा काउंटर खोले गए थे यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए धूप में खड़े ना हो इसके लिए टेंट लगाने के साथ ही भीषण गर्मी के चलते पानी की व्यवस्था की गई थी जिससे श्रद्धालु अपनी प्यास बुझा सकें।