पुलिस की तीसरी आंख बंद, कई चौराहों के कैमरे बंद, लिंक फुटेज नहीं मिलने से पकड़ में नहीं आते बदमाश
ट्रैफिक के साथ अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं। विजय नगर से एमआर 10, बापट और लवकुश चौराहे पर लगे सीसीटीवी लंबे समय से बंद पड़े हैं। यहां मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के चलते सीसीटीवी बंद हैं। ऐसे कई मामले हैं, जिनमें सीसीटीवी नहीं मिलने की वजह से पुलिस की जांच अटकी पड़ी है। हालांकि पुलिस का दावा है कि वे चोरी व अन्य अपराधों में सीसीटीवी नहीं मिलने पर सायबर टीम की मदद लेते हैं।
हीरानगर में 70 वर्षीय शिवकुमार पुत्र नर्मदाप्रसाद निवासी सुखलिया और उनके पड़ोसी महिला भावना के लाखों रुपए के जेवर ले जाने के मामले में पुलिस को अभी तक कोई उपलब्धि हाथ नहीं लगी है। अभी तक पुलिस ने 20 कैमरे देखे हैं। जिसमें आरोपी चौराहे तक जाते दिख रहे हैं। लेकिन उसके बाद वह किस दिशा में गए। इसकी जानकारी नहीं मिल रही।
व्यापारी के बेटे भी हुए थे परेशान
पानी का व्यापार करने वाले सुदामा नगर के व्यापारी के बेटे का कुछ माह पहले बापट चौराहे से कार सहित देर रात अपहरण हुआ था। इस मामले में भी पुलिस को गांधी नगर के अलावा कही के फुटेज नहीं मिले थे। बाद में उक्त कार उज्जैन में एक्सीडेंट होने पर पकड़ाई थी। जिसमें आरोपी ट्रेस हुए थे।
ईरानी गैंग पर शंका, वारदात कर छोड़ देते हैं शहर
पुलिस के मुताबिक ईरानी गैंग ने राजेन्द्र नगर में पुरूषोतम शर्मा के यहां वारदात दी थी। इसके बाद वे महीनों तक शहर से बाहर रहते हैं। इसके बाद वारदात करने आते हैं और फिर फरार हो जाते हैं। इन आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।