मध्यप्रदेश की चंबल नदी का बढ़ रहा जलस्तर, 200 से अधिक गांव पर मंडराया बाढ़ का खतरा, 50 गांवों को किया अलर्ट

मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश की वजह से मुरैना जिले में स्थित चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बीते साल के मुकाबले नदी के किनारे बसे गांवों को फिर बाढ़ का खतरा बढ़ने लगा है। 6 दिन पहले कोटा बैराज से नदी में करीब 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था ।प्रशासन ने आसपास के गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है ।नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से करीब बराबर पहुंच गया, लेकिन धीरे.धीरे जलस्तर कुछ कम हुआ था उसके बाद नदी के आसपास बसे लोगों ने राहत की सांस ली है।

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200 गांव बाढ़ की चपेट, 50 गांव में अलर्ट जारी

राजस्थान में हो रही लगातार बारिश की वजह से हालत खराब है। एक बार फिर कोटा बैराज से शाम 5 बजे 4.20 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है ।इसके बाद नदी के जल स्तर में वृद्धि होने लगी चंबल की सहायक नदी कालीसिंध और पार्वती का पानी मिलने की वजह से 200 गांव बाढ़ की चपेट में आने की संभावना है। लगातार चंबल नदी में बढ़ते पानी की वजह से 50 गांव में अलर्ट जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए कहा है।

कोटा बैराज के लगभग 14 दरवाजे खोलें

राजस्थान के धौलपुर जिले के जिला कलेक्टर ने नदी किनारे बसे गांवों के स्कूलों में छुट्टी घोषित करती है ।कलेक्टर ने प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट मोड पर रख दिया है। जानकारी के अनुसार कोटा बैराज के लगभग 14 दरवाजे खोल दिए गए ।इसके बाद नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है सोमवार शाम को कोटा बैराज नदी से छोड़े गए पानी को पहुंचने में मंगलवार दोपहर तक समय लगेगा ।जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता आरपी झा का कहना है कोटा बैराज में छोड़े गए पानी से नदी में लगभग 3 से 5 मीटर की बढ़ोतरी होगी।

राजघाट मुरैना चंबल नदी की ताजा अपडेट की बात करें 238.2022 को वर्तमान लेवल सुबह 6 बजे 135.0 एमएम है, जबकि डेंजर लेवल 138.00 एम है। लगातार भरते बारिश की वजह से कई गांव का अलर्ट मोड पर दिया गया है ।अगर किसी भी तरह की स्थिति उत्पन्न होती है तो एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएगी।

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