शिवराज सरकार ने होली से पहले शिक्षकों को दिया झटका, मध्यप्रदेश के करीब 2.5 लाख कर्मचारियों का रोका वेतन
मध्यप्रदेश में होली से पहले ढाई लाख शिक्षकों को बड़ा झटका लगा है। दरअसल शिक्षकों के द्वारा प्रोफाइल अपडेट नहीं कराने के कारण शिक्षकों का वेतन रोक लिया गया है। जिसकी वजह से इन शिक्षकों को होली के मद्देनजर बड़ी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। जबकि जिला शिक्षा अधिकारी से मिलकर ज्ञापन भी दे चुके है, लेकिन इसके बावजूद भी उनके खाते में वेतन ट्रांसफर नहीं किया गया है। वहीं शिक्षक संघ शिवराज सरकार पर वेतन देने के लिए दबाव बना रहे है।
3 साल से रूका हुआ है अपडेशन का काम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश में सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों को 7 मार्च तक प्रोफाइल अपडेट कराने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और होली के पहले इनकों बड़ा झटका लगा है। शिवराज सरकार के द्वारा ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों का वेतन रोक लिया गया है। मध्यप्रदेश में करीब ढाई लाख शिक्षकों का वेतन रोक लिया गया है। प्रोफाइल अपडेशन का काम संवितरण अधिकारी और डीडीओ को सौंपा गया था। करीब 3 साल बाद भी शिक्षकों की प्रोफाइल अपडेशन का काम रुका हुआ था। अब आलम यह है कि त्योहार के मद्देनजर शिक्षकों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने 2018 में दो लाख 87 हजार शिक्षकों को निकाय के कर्मचारियों से शिफ्ट करते हुए नियमित कर्मचारियों की श्रेणी में रखा गया था। इसके बाद से करीब ढाई लाख शिक्षकों की प्रोफाइल अपडेशन का काम अटका हुआ है। ऐसे में इसकी जिम्मेदारी संवितरण अधिकारी और डीडीओ को सौंपी गई थी, लेकिन 3 साल के बाद भी अपडेशन का काम पूरा नहीं कर पाए है जिसका खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है।
आमतौर पर 1 तारीख को जारी हो जाता है वेतन
इतना ही नहीं बैंकों के द्वारा भी कर्मचारी के नॉमिनेशन को लेकर खाता अपडेट करने का दबाव लगातार बनाया जा रहा है, लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी अब तक कर्मचारियों के खाते को डेट नहीं किया गया। जिसकी वजह से 2.5 लाख कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया है। वहीं जब इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि कर्मचारियों के प्रोफाइल अपडेशन का कार्य पूरा नहीं हो जाता तब तक उन्हें वेतन नहीं मिलेगा। आमतौर पर देखा जाता है कि सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की सैलरी 1 तारीख को उनके खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है, लेकिन होली से पहले ढाई लाख शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने की वजह से उन्हें काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। इतना ही नहीं वेतन नहीं मिलने की वजह से मध्य प्रदेश का शिक्षक संघ नाराज है।
शिक्षक संघ ने अधिकारियों पर लगाए आरोप
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा इनकी गलती की वजह से अब इसकी सजा शिक्षकों को भुगतनी पड़ रही है। त्योहारों के मद्देनजर शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया जिससे उन्हें काफी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। अब उन्होंने वित्त मंत्रालय सहित स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। बहरहाल अब देखना यह होगा इन शिक्षकों को वेतन कब तक मिलता है।