मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बना है एक ऐसा अनोखा रेलवे ब्रिज, जहां रूक गया सीएम शिवराज का काफिला, आज भी रूकते है सभी

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक और जहां छह ब्रिज की सौगात मिली है, लेकिन आज भी एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर ब्रिज नहीं होने की वजह से लोग काफी परेशान हो रहे हैं। ट्रैफिक की समस्या की वजह से लोगों को निकलना काफी मुश्किल हो रहा है। या यूं कहें कि राजधानी भोपाल के व्यापारिक नगर बैरागढ़ के साथ हर समय सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, जबकि यहां के नागरिक टैक्सेशन के मामले से लेकर विकास कार्यों में भी सरकारों को समय-समय पर अपना योगदान दे रहे हैं। यहां के नागरिकों के साथ ऐसा क्यों होता है अब यह किसी को भी समझ में नहीं आ रहा है।

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1 बार रूक गया था सीएम शिवराज का काफिला

वहीं राजधानी भोपाल के संत नगर में सालों पुरानी रेलवे ओवरब्रिज की मांग को आज तक पूरा नहीं किया गया है, जबकि बजट भी स्वीकृत हो चुका है। इस ब्रिज पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का काफिला भी एक बार अंतोष्टी की वजह से फाटक लगे होने की वजह से काफिले को रोकना पड़ गया था। वहीं कुछ दिन पहले सेंट्रल पंचायत ने इस मामले में रेल मंत्री सांसद और विधायक को भी पत्र लिखा, लेकिन अभी तक इसका जवाब नहीं मिला है जबकि इस पत्र में लिखा गया था संत हिरदाराम नगर में रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण के लिए स्वर्गीय रेल राज्यमंत्री माधवराव सिंधिया ने 23 मार्च 1987 को नवयुवक सभा भवन में आयोजित समारोह में चार करोड़ की राशि भी स्वीकृत की घोषणा कर दी थी, लेकिन आधी राशि प्रदेश सरकार द्वारा आवंटित न किए जाने की वजह से इस पर अमल नहीं हो सका है।

100 करोड़ की राशी का प्रावधान भी हो चुका

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां पर कई तरह की योजनाओं की सौगात मिली है, लेकिन रेलवे ओवर अंडर ब्रिज की सौगात अभी तक नहीं मिल पाई है ।पंचायत महासचिव सुरेश जसवानी ने बताया कि रेलवे ने दो फाटक पर अंडर ब्रिज निर्माण के लिए 60 करोड़ की राशि सुरक्षित रखी थी। तीन करोड़ की वृद्धि करवाकर तत्कालीन प्रोटेम स्पीकर विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसे हां छठ करोड़ करवा दिया। इसके बाद अंडर ब्रिज निर्माण की उम्मीद बंधी। इसी बीच वर्ष 2020-21 के बजट में प्रदेश सरकार ने यह राशि को 2 ओवर ब्रिज के बीच लगभग 100 करोड़ की राशि का प्रावधान किया।

राजधानी में अभी तक बनें है 1 दर्जन से अधिक ब्रिज

हालांकि ब्रिज की सौगात नहीं मिलने की वजह से यहां पर यातायात की गंभीर समस्या बनी हुई है ।लोगों को यहां पर ब्रिज का बेसब्री से इंतजार है। वहीं कपड़ा एसोसिएशन के अध्यक्ष कन्हैया इस रानी ने बताया कि बीते 20 साल में राजधानी भोपाल में 1 दर्जन से अधिक ओवर ब्रिज बने हैं, जबकि संत हिरदाराम नगर में जरूरत है इसके बावजूद भी यहां पर भाजपा व व्यापारिक बाहुल्य क्षेत्र की इस मामले में घोर उपेक्षा की जा रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।

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