इंदौर के इन 6 सरकारी स्कूलों का होगा प्रायवेट स्कूलों की तरह विकास, एमआईसी की बैठक में लिया ये बड़ा फैसला
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में महापौर और परिषद की पहली बैठक आयोजित की गई। इस दौरान बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर शहर स्थित शासकीय स्कूलों में से विधानसभा बार 6 स्कूलों को मॉडल बनाने का फैसला किया गया है। इस मौके पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि इन स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों जैसी सभी सुविधा उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही अपनी टीम को शहर की वायु गुणवत्ता व यातायात में सुधार के लिए काम करने के निर्देश भी दे दिए गए हैं।
इन 6 स्कूलों को मॉडल बनाने का निर्णय
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नवनिर्वाचित महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने जैसे ही शपथ ग्रहण किया था ।उसके बाद शहर का यातायात संभालने के लिए महू नाका चौराहे पर पहुंच गए। हालांकि पहला मौका है जब पुष्यमित्र भार्गव ने महापौर परिषद की बैठक में शामिल होकर एक बहुत बड़ा फैसला लिया है। पुष्यमित्र भार्गव ने बैठक में विधानसभा क्षेत्र के 6 स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने का निर्णय लिया है।
स्कूलों को दी जायेगी प्राइवेट की तरह सुविधा
इन स्कूलों में सभी बच्चों को प्राइवेट स्कूलों की तरह सुविधा दी जाएगी। बैठक में प्रत्येक वार्ड में लाइब्रेरी का निर्माण करने के साथ ही नागरिकों को बेहतर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने का फैसला भी लिया है। शहर में लगाई जा रही एलईडी लाइट व हाई मास्ट को समय सीमा में लगाने के साथ प्रत्येक वार्ड में पर्याप्त एलईडी लगवाने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
बता दें कि इस बैठक में सभापति मुन्ना लाल यादव लोक निर्माण तथा उद्यान विभाग प्रभारी राजेंद्र राठौर, स्वच्छता व ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग प्रभारी अश्विन शुक्ला, राजस्व विभाग प्रभारी निरंजन सिंह चौहान, योजना व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग प्रभारी राजेश उदावत समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
पहली बार महापौर और पार्षद की बैठक आयोजित की गई जिसमें स्कूलों को लेकर इस तरह का फैसला लिया गया है। अगर ऐसा होता है तो सरकारी स्कूलों को प्राइवेट की तर्ज पर सुविधा मिलेगी। ऐसे में माता.पिता भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजने से परहेज नहीं करेंगे ।हालांकि महापौर और पार्षदों की बैठक में लिया गया यह निर्णय बच्चों के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा।