इंदौर के इन सीनियर आर्टिस्ट ने बनाई रामायण पेंटिंग सीरीज, 20 फीट के कैनवास पर वाल्मीकि के 6 श्लोकों को दिया आकार

एक दौर वो था जब ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े बुजुर्गों के द्वारा रामायण पढ़ी जाती थी, लेकिन जैसे-जैसे दौर बदलता चलेगा या वैसे रामायण की चौपाइयां पीछे छूट गई। आधुनिक दौर में अब कुछ ही ऐसे घर बचे हैं जहां पर रामायण की चौपाई पढ़ी जाती है और कई युवाओं को अभी तक रामायण की चौपाइयों के बारे में नहीं पता है। ऐसे में अब इंदौर के सीनियर आर्टिस्ट ने एक नई पहल शुरू की है जिसके तहत उन्होंने रामायण पर पेंटिंग्स सीरीज तैयार की है। बताया जा रहा है कि वहां करीब 3 सालों से भगवान राम की पेंटिग तैयार कर रहे हैं। उनका मकसद है कि नई पीढ़ी के युवा भगवान श्री राम के बारे में जाने और उनके चरित्र को समझें और उनके गुणों को आत्मसात करे।

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सीनियर आर्टिस्ट ने तैयार की रामायण सीरीज

पहले देखा जाता था कि लोग अपने घरों में शाम होते ही रामायण की चौपाई पढ़ते थे, लेकिन अब यह ऐसा दौर है जहां लोगों को रामायण पढ़ने तक का समय नहीं है, क्योंकि आधुनिक दौर में डिजिटल जमाना है और ऐसे में अब लोग मोबाइल का सहारा लेते हैं। डिजिटल दौर में मोबाइल की वजह से लोग रामायण की चौपाइयों को भूल चुके हैं। ऐसे में अब इंदौर के सीनियर आर्टिस्ट ने रामायण पर पेंटिंग सीरीज तैयार की है।

20 फीट कैनवास पर तैयार की रामायण सीरीज

देशभर में 10 अप्रैल यानी रविवार को श्री राम नवमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस मौके पर हम आपको एक ऐसे सीनियर आर्टिस्ट के बारे में बताने जा रहे हैं जो 3 साल से भगवान श्री राम की पेंटिंग तैयार कर है। इनका नाम है ईश्वरी रावल जो मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के रहने वाले है। इनका मकसद है कि नई पीढ़ी भगवान श्रीराम को जाने उनके चरित्र को समझें उनके गुणों को आत्मसात करें। इसलिए उन्होंने कड़ी मेहनत के बाद अब रामायण पर पेंटिंग तैयार की है। इंदौरी आर्टिस्ट ने बाल्मीकि के 6 श्लोकों को 20 फीट के कैनवास पर तैयार की है।

सीनियर आर्टिस्ट ईश्वरी रावल का कहना है कि उन्होंने रामायण की पूरी सीरीज को कैनवास पर आधारित आयल मीडियम में तैयार किया है। इसे पूरा करने में उन्हें 2 महीने का वक्त लगा है। उनका कहना है कि 35 साल पहले उन्होंने बाल्मीकि रामायण के कुछ श्लोक पढ़े थे। जिसमें उन्हें क्रौंच बात को देख उससे जन्मे पीड़ा को बाल्मीकि ने जिस लोगों में व्यक्त किया। उसने मुझे पेंटिंग्स बनाने के लिए विवश कर दिया इसके बाद उन्होंने पेंटिंग बनाने का मन बनाया और आज इस पेंटिंग से युवाओं को भगवान राम के बारे में जानने और समझने को मिलेगा।

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