मध्यप्रदेश के इस दंपति ने रचा कीर्तिमान, अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर फहराया तिरंगा

मध्य प्रदेश में युवाओं से लेकर बुजुर्गों और महिलाओं में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। आधुनिक दौर में कई लोग अपनी काबिलियत और प्रतिभा के बलबूते कई मुकाम हासिल कर रही है। ऐसे में मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के युवा ज्योतिषाचार्य और कभी अनुराग चौरसिया और उनकी पत्नी सोनाली प्रमाण भारत का नाम रोशन किया है। दरअसल इन दंपति ने अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो की 5895 मीटर की ऊंचाई पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया है।

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13 सितंबर की सुबह माउंट एवरेस्ट किया फतह

बता दें कि आज कई लोग अपनी प्रतिभा और काबिलियत के बलबूते एक के बाद एक मुकाम हासिल कर रहे हैं ।ऐसे में इन दंपति ने 12 सितंबर की रात 11 बजे निकलकर 15 से 20 डिग्री के तापमान में 13 सितंबर को सुबह 6 बजे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फैलाकर राष्ट्रगान गाया और इस तरह यह भारत की पहली दंपति बन गए, जिन्होंने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया है।

दंपति का 2 साल का बेटा भी है

इन दंपति की खास बात यह है कि इनका एक 2 साल का बेटा भी है, जिसे छोड़कर वहां इतिहास रचने चले गए थे। माउंट किलिमंजारो पर सूर्य नमस्कार करने वाली विश्व के पहले दंपति बनने का गौरव इन्होंने हासिल कर लिया है। रतलाम के एक जोड़े ने अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर पहुंचते ही सूर्य नमस्कार भी किया है और दुनिया को यह संदेश दिया है कि भारतीय परंपरा में प्रचलित योग का मतलब सभी मानव जाति के लिए स्वास्थ्य लाना है।

अगर आप भी अपने जीवन में योग और सूर्य नमस्कार करते हैं तो इससे आपका शरीर बिल्कुल स्वस्थ रहेगा ।अनुराग चौरसिया बैंक ऑफ बड़ौदा की रतलाम शाखा में कार्यरत है और सोनाली परमार रतलाम राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर कार्यरत है। दोनों सरकारी काम करते हैं। ऐसे में अब उन्होंने इस तरह माउंट एवरेस्ट फतह कर देश का नाम रोशन किया है।

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