इस मां ने 2 बेटों को खोने के बाद भी नहीं मानी हार, अपना लीवर देकर बचाई बेटे की जान, रोंगटे खड़े कर देगी ये कहानी
देशभर में रविवार को मदर्स डे मनाया जा रहा है मां को समर्पित आज एक खास दिन है। मदर्स डे पर हम हर साल आपसे कुछ अनोखी कहानियां शेयर करते रहते हैं। इसी सिलसिले में हम आपके लिए एक ऐसी कहानी लेकर आए हैं जो काफी दिलचस्प है। मध्यप्रदेश के शाजापुर में रहने वाली एक मां जिनकी कहानी काफी दिलचस्प होने के साथ ही दर्द भरी भी है। इस मां के तीन बेटे थे, लेकिन दोनों को पहले खो चुकी है अब उनका एक बेटा है, लेकिन उनकी किस्मत इतनी खराब है कि उसकी भी अब जान खतरे में है, लेकिन मां अपने तीसरे बेटे को खोना नहीं चाहती और उसके लिए अपना मां होने का पूरा फर्ज निभा रही है।
2 बच्चे को खोया,तीसरे को दिया नया जीवन दान
दरअसल शाजापुर की रहने वाली इस मां की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बेटे के लिवर प्रत्यारोपण के लिए 2500000 रुपए की मदद मांगी थी। यह कहानी शाजापुर जिले के ढाबलाधीर की है, यहां रहने वाली सुनीता बाई मेवाड़ा जिन की कहानी काफी दर्द भरी है। इनका बेटा और बेटी पहले ही लीवर की वजह से दुनिया छोड़ चुके हैं, लेकिन तीसरा बेटा देवराज जिसकी उम्र महज 6 साल की है, लेकिन उसे अब यह मां खोना नहीं चाहती है। ऐसे में सरकार से गुहार लगाई और सरकार की तरफ से 25 लाख की आर्थिक सहायता भी मिली और उसने अब अपना लीवर देकर इस बच्चे को नया जीवनदान दिया है।
मुख्यमंत्री ने दी थी 25 लाख की सहायता
इनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से उन्होंने पति चुन्नीलाल के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने की कोशिश की और उन्हें आखिरकार सफलता भी मिली थी। मुख्यमंत्री से उन्होंने अपने बेटे को बचाने की गुहार लगाई इसके बाद उन्होंने तत्काल 25 लाख की आर्थिक सहायता देकर राजधानी भोपाल के एक निजी अस्पताल में उस बच्चे को भर्ती करवाया। इसके बाद बेटे के लिए लीवर कहीं नहीं मिला तो मां ने अपना खुद का लीवर देकर बेटे देवराज को नया जीवन दिया। अब देवराज पूरी तरह से ठीक है और एक बार फिर नया जीवनदान दिया तो वहां काफी खुश नजर आ रहा है।
दुनिया में ऐसी कई मां है लेकिन मध्यप्रदेश के शाजापुर की रहने वाली इस माह की कहानी काफी दिलचस्प है। जिन्होंने दो बेटों को खोने के बाद अब अपने तीसरे बेटे की जान बचाई है और इसमें सरकार का काफी योगदान रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से मिली आर्थिक सहायता के बाद अब देवराज को नया जीवन मिला है।