डाकुओं के क्षेत्र से निकला इस युवा का रणजी ट्राफी में हुआ सिलेक्शन, इस मंत्री ने ट्वीट कर सुमित को दी बधाई

मध्य प्रदेश का भिंड जिला जिसमें कभी डाकुआ का राज हुआ करता था इनके आतंक से हर कोई परेशान था, लेकिन धीरे धीरे मध्य प्रदेश का भिंड जिला बदल गया और इस शहर में डाकुओं का आतंक खत्म हो गया और वहां के लोग आज खेल जगत से लेकर हर प्रतियोगिता में अपना हुनर दिखा रहे हैं। इतना ही नहीं यहां के युवा देश सेवा में लगे हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो खेल जगत में अपना जलवा बिखेर रहे हैं। इसी बीच अब भिंड जिले के एक छोटे से गांव से निकले सुमित कुशवाहा जिनकी प्रतिमा के चलते अब रणजी ट्रॉफी के लिए मध्य प्रदेश की टीम में चयन हो गया है। उन्होंने अपने जिले के साथ ही परिवार का नाम रोशन किया है। वहीं अपने बेटे की उपलब्धि के चलते पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।

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इन मंत्री ने सुमित को दी शुभकामनाएं

दरअसल भिंड जिले में कभी डाकुओं का आतंक हुआ करता था, लेकिन आज के युवा देश सेवा के साथ ही खेलों की दुनिया में अपना जलवा बिखेर रहे है। इसी बीच अब सुमित कुशवाहा का चयन रणजी ट्रॉफी में हो गया है। सुमित का मध्य प्रदेश की टीम में चयन होने के बाद परिवार में खुशी का माहौल होने के साथ ही जिला प्रशासन और प्रदेश के सहकारी मंत्री अरविंद भदौरिया ने ट्वीट कर सुमित को बधाई और शुभकामनाएं दी है।

मीडियम परिवार से बिलॉन्ग करते हैं सुमित

सुमित भिंड जिले के मेहगांव क्षेत्र में आने वाले बड़ोखर गांव के रहने वाले हैं ।मध्यम परिवार में पले बढ़े सुमित के पिता एलआईसी में कर्मचारी होने के साथ ही उनकी माता ग्रहणी है। उन्हें बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक रहा है। इसके लिए उन्होंने अपनी इच्छा अपने पिता के सामने रखी और ट्रेनिंग के लिए पिता को मनाया। सुमित की इस बात पर पिता ने थोड़ा संकोच किया और वह चाहते थे कि बेटा डॉक्टर और इंजीनियर बने, लेकिन अपने बेटे की खुशी में उन्होंने अपनी खुशी समझी और क्रिकेट अकादमी से उन्हें दाखिला दिला दिया। इसके बाद से ही सुमित का सफर शुरू हुआ और आज उन्हें इस तरह की उपलब्धि मिली है।

जानिए कैसे हुआ सिलेक्शन

दरअसल सुमित का रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे हुआ इसके लिए उन्होंने मीडिया के समक्ष जानकारी दी है। उनका कहना है कि बीते 8 साल से वहां क्रिकेट खेल रहे हैं ।पहले जूनियर में खेल रहे थे अब सीनियर में खेल रहे हैं। ऐसे में अंडर 16,18,19 और टी-20 के कई मैच में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जिसमें 189 रन तक बनाए हैं। वहीं पिछले दो मैच में भी नॉटआउट रह कर दो शतक जमाकर एक अर्धशतकीय पारी खेली थी। ऐसे में सिलेक्टर की नजरें उन पर पड़ी और मध्य प्रदेश की टीम के लिए चयन हो गया।

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रोजाना 6 घंटे सुमित करते थे ट्रेनिंग

बता दें कि वहां हर दिन 6 घंटे ट्रेनिंग करते थे। उनकी मेहनत और रवि कटारे के द्वारा दिया गया प्रशिक्षण के बाद आज उन्हें इस तरह की उपलब्धि मिली है। रवि कटारे मध्य प्रदेश पुलिस के कर्मचारी हैं और खिलाड़ियों को प्रशिक्षण भी देते हैं। उनकी देखरेख में सुमित ने ट्रेनिंग ली है ।सुमित को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था। उनके पिता शिव सिंह कुशवाह अपने बेटे की उपलब्धि से फूले नहीं समा रहे हैं।शिवसिंह से बात करने पर उन्होंने कहा कि उनकी दिली इच्छा थी कि वह पढ़ाई कर डॉक्टर या फिर इंजीनियर बने, लेकिन बेटे की इच्छा थी कि क्रिकेट खेले। वहीं इस तरह की उपलब्धि मिली है जिससे जिलेभर ही नहीं बल्कि हर तरफ चर्चा हो रही है।