मध्यप्रदेश में नए वाहन खरीदने वालों की बल्ले बल्ले, कहीं से भी खरीदें गाड़ी मिलेगा अपने जिले का नंबर, 1 अगस्त से लागू होगी ये सुविधा

इस समय नए वाहन खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है। दरअसल कई लोग नए वाहन खरीद रहे हैं, लेकिन लोग बड़े शहरों से वाहन खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं। दूसरे जिले से वाहन तो खरीद लेते हैं, लेकिन जिस जिले से वहां वाहन खरीदते हैं उसी जिले का गाड़ी नंबर उन्हें मिलता है, लेकिन अब एक अच्छी बात यह सामने आई है।

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1 अगस्त के बाद आप किसी भी जिले से वाहन खरीदेंगे उससे फर्क नहीं पड़ेगा। आप जिस जिले से वाहन खरीदने जाएंगे उसी जिले का गाड़ी नंबर आपको मिल जाएगा। सीधे और सरल शब्दों में आपको बताते हैं अगर आप मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से किसी टू व्हीलर या फोर व्हीलर वाहन को खरीदते हैं और देवास पासिंग करना चाहते है तो आराम से हो जायेगा।

1 अगस्त से लागू होगा वाहन पोर्टल

मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग ने राष्ट्रीय सूचना केंद्र की सेवाओं को स्वीकार कर लिया है। जिसके तहत अब वाहन-4 पोर्टल 27 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। हालांकि कई जगह यह सर्विस पोर्टल शुरू हो चुकी है, लेकिन डीलर आईडी बनाने में समस्या हो रही है। वहीं कई जगह तकनीकी खामी से फिर वाहन पोर्टल अटक गया है ।ऐसे में इन तकनीकी समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी लांचिंग की दो तीन बार तारीख तय हो चुकी थी, लेकिन बार.बार इसे टाला गया है। हालांकि कंपनी एक अगस्त से इसे शुरू करेगी और इसमें किसी भी तरह की परेशानी नहीं आएगी।

सभी जिलों के 818 डीलर्स है शामिल

जानकारी मिली है 1 अगस्त से मध्यप्रदेश में इसका काम शुरू हो जाएगा। परिवहन विभाग ने ऑटोमोबाइल डीलर को पोर्टल की ऑनलाइन ट्रेनिंग दी। सभी जिलों के 818 डीलर इसमें शामिल है। इंदौर एआरटीई अर्चना मिश्रा ने कहा कि इंदौर में 100 डीलर्स के यूजर आईडी बनानी है। इनका काम पूरा नहीं हो पाया है। अन्य जगह भी ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संसद में दी गई जानकारी के अनुसार भारत सीरीज के तहत पंजीयन 15 सितंबर 2021 से होने लगे थे। 24 राज्यों ने इसे अपनाया था। इसमें मध्य प्रदेश शामिल नहीं था, लेकिन अब मध्य प्रदेश भी शामिल हो चुका है।

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देश के कई राज्य पहले ही इस पोर्टल से जुड़ चुके हैं। अकेला एक मध्यप्रदेश बचा हुआ था जो कि अब इस पोर्टल से जुड़ने जा रहा है। मध्यप्रदेश में कहीं भी वाहन खरीदने पर अपने जिले का वाहन पंजीयन नंबर लिया जा सकेगा। अगर आप वाहन खरीदने के लिए देवास से इंदौर आते हैं तो आपको सागर का पंजीयन नंबर मिल जाएगा। डीलर स्तर पर ही पंजीयन की कार्रवाई हो जाएगी। यदि किसी भोपाल या इंदौर से वाहन खरीदा है और उसे सागर में पंजीयन कराना है तो अस्थाई पंजीयन करवाना पड़ता है। पोर्टल शुरू होने पर इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी और वाहन चालक आसानी से बन सकता है।

5 दिन ट्रायल के रुप में करेंगे काम

इसके साथ ही भारत सीरीज के तहत पंजीकृत वाहन मालिक का दूसरे राज्य में तबादला होने पर उस राज्य में वाहन की अनुमति नहीं लेनी पड़ेगी। व्यवसायिक वाहन का सत्यापन आरटीओ कार्यालय में कराना पड़ता है अब इसके लिए वहां जाने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट कहीं से भी लिया जा सकेगा।

जरूरी नहीं है कि अगर आप ने वाहन को इंदौर से खरीदा है तो आपको इंदौर आरटीओ लाकर ही पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा। संजय कुमार झा परिवहन आयुक्त ने बताया मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में डीलर्स की आईडी बनाने में समस्या उत्पन्न हो रही है। लेकिन जल्दी ही इस पोर्टल से समस्या दूर हो जाएगी और 1 अगस्त का काम शुरू कर दिया जाएगा ।5 दिन ट्रायल के रूप में चलाया जाएगा। इसके बाद व्यवस्था पूरी जारी रहेगी, जहां भी समस्या आएगी उस में लगातार सुधार करने का प्रयास किया जा रहा है।