मध्यप्रदेश में गेहूं के भाव में लगातार तेजी का दौर जारी, सरकारी खरीदी केंद्रों पर पसरा सन्नाटा, व्यापारी दे रहे अच्छे भाव

मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर किसानों की फसलों की खरीदी शुरू हो चुकी है, लेकिन इस बार गेहूं उपार्जन केंद्रों पर एक भी किसान नहीं पहुंच रहे हैं। इसकी वजह है किसानों को मंडी व्यापारी अच्छा भाव दे रहे है। वहीं किसानों का कहना है की सरकार ने समर्थन मूल्य 2015 रुपए तय कर रखा है, लेकिन बाहरी मंडी में व्यापारियों को बेचने पर 2500 रुपए से 3000 रुपये तक का भाव मिल रहा है। इसकी वजह से वहां गेहूं नहीं बेच रहे हैं।

google news

इसके साथ ही उनका कहना है समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पहले उन्हें स्लॉट बुक कराना होता है। इसके साथ ही बारिक गेहूं को छलनी से अलग करना पड़ता है। इतनी सारी परेशानियों के बाद वहां गेहूं व्यापारियों को बेच रहे हैं। यह 1 जिले का हाल नहीं है बल्कि बैतूल, इंदौर, खरगोन समेत कई जिलों में सरकारी गेहूं उपार्जन केंद्र पर सन्नाटा पसरा पड़ा है।

29 किसानों ने अभी तक कराए स्लॉट बुक

बैतूल जिले में भी सोमवार से गेहूं खरीदी का काम शुरू हो चुका है, लेकिन मंगलवार को गेहूं उपार्जन केंद्र पर एक भी किसान अपनी फसल लेकर नहीं पहुंचा। इस वजह से पूरा गेहूं उपार्जन केंद्र पर सन्नाटा पसरा पड़ा है। खरगोन जिले के साथ ही नर्मदापुरम में भी गेहूं खरीदी का शुभारंभ हो चुका है सभी केंद्रों पर तैयारियां पूरी कर ली गई है, लेकिन एक भी किसान गेहूं बेचने के लिए नहीं पहुंचे। बैतूल जिले की अगर बात करें तो यहां पर किसानों को गेहूं खरीदी के लिए 90 केंद्र बनाए गए हैं लेकिन सभी केंद्रों पर सन्नाटा पसरा पड़ा है। वहीं जिले में 29 किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री के लिए स्लॉट बुक कराए थे, लेकिन एक भी किसान गेहूं लेकर नहीं पहुंचा।

इतने किसानों ने कराया स्पॉट बुक

वहीं जामठी में एक अनोखा नजारा देखने को मिला, जहां एक किसान मंडी में गेहूं लेकर पहुंचा, लेकिन उन्हें बाहरी मंडी में अधिक भाव की जानकारी मिली तो वहां अपना गेहूं लेकर बडोरा मंडी लेकर पहुंच गए। इसी तरह एक दो जगह और इस तरह की माजरा देखने को मिला। जबकि इस साल 40300 से ज्यादा किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया है, लेकिन अभी तक कोई भी किसान अपना गेहूं लेकर नहीं पहुंचा है। वहीं सहायक आपूर्ति अधिकारी केके टेकाम की माने तो गेहूं खरीदी के दूसरे दिन मंगलवार के लिए जिले के 17 किसानों ने स्लॉट बुक कराए हैं। इसी तरह 13 मई तक 145 किसानों ने स्लॉट बुक करवाए हैं।

google news

वहीं सोमवार को बैतूल जिले के सरकारी खरीद केंद्र खाली पड़े हैं लेकिन बाहरी मंडी की बात करें तो सोमवार को कृषि उपज मंडी में बड़ी संख्या में किसान गेहूं लेकर पहुंचे। इस दौरान किसानों को 2075 तक भाव मिला है। वहीं उचित मूल्य की बात करें तो 2190 रुपए तक भी किसानों का गेहूं खरीदा गया है, लेकिन सरकार के गेहूं उपार्जन केंद्रों पर किसानों को 2015 रुपए में गेहूं खरीदा जा रहा है जिसकी वजह से किसान अब बाहरी मंडी में गेहूं बेचने आ रहे है।

जानिए इंदौर में मंडियों की स्थिति

सोमवार को इंदौर मंडी में गेहूं की आवक कम रही। दो-तीन दिनों के अवकाश के बाद मंडी खुली थी। व्यापारी का अनुमान नहीं था की गेहूं की आवक इतनी हो जाएगी। लक्ष्मीबाई मंडी में गेहूं की जोरदार आवक रहने के साथ ही करीब 20000 बोरी गेहूं मंडी पहुंचा। छावनी मंडी में भी गेहूं की आवक सीमित रही यहां 10 हजार बोरी गेहूं पहुंचा है। इस दौरान 10 से 20 रुपये की गेहूं में मजबूती देखने को मिली।