भविष्य में खत्म हो जाएंगे स्मार्टफोन, इंसानों के शरीर में इलेक्ट्रॉनिक टैटूज से मिलेंगी सभी सर्विसेस, बिल गेट्स ने दी भविष्य की जानकारी

भारत में भविष्य में टेक्नोलॉजी की क्रांति आने वाली है। हालांकि अभी तक कई ऐसी चीजें आ चुकी है, जिसका इस्तेमाल कर हर काम को सुविधा युक्त बना दिया गया है। ऐसे में स्मार्टफोन इंडस्ट्री की बात करें तो लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है। यहीं कारण है कि महज कुछ ही सालों के सफर में स्मार्टफोन ने अपने वर्जन में कई बदलाव कर दिए। वर्तमान में देखे तो डिस्पले, कैमरा और चार्जिंग के मामले में स्मार्टफोन ने कुछ ऐसा मुकाम हासिल किया है जिसकी कल्पना हम सपने में भी नहीं कर सकते। आज हमारा मोबाइल मिनट में चार्ज हो जाता है। कभी एक वक्त था मोबाइल चार्ज करने के लिए घंटों वक्त लगता था, लेकिन आज इस सेक्टर में तेजी से विकास हो रहा है। यहीं कारण है कि आगामी समय में हमारा स्मार्टफोन हवा में चार्ज हो जाएगा।

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भविष्य में स्मार्टफोन की उपयोगिता होगी खत्म

एक्सपर्ट का मानना है कि आने वाले दिनों में स्मार्टफोन इतने विकसित हो जाएंगे कि यह पूरी तरह से गायब हो जाएंगे। यानी कि किसी भी व्यक्ति को अपने पास स्मार्टफोन रखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।इस साल की शुरुआत में माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ने ऐसी टेक्नोलॉजी के बारे में बताया था जो स्मार्टफोन को रिप्लेस कर सकती है। इस का मानना है कि इलेक्ट्रॉनिक टैटूज भविष्य में स्मार्टफोन को रिप्लेस कर सकते हैं। अभी तक आपने फिल्मों में देखा है कि टैटूज और चीप का इस्तेमाल किया जाता है जो कि शरीर में पूरी तरह से फिट होती है। इसी तरह आगामी समय में हमारे स्मार्टफोन को भी शरीर में इंटीग्रेट किया जा सकता है। बिल गेट्स ने इस पर कल्पना करते हुए बताया कि भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक टैटूज स्मार्टफोन को रिप्लेस करेंगे।

लोगों के शरीर में ही इंटीग्रेट होगा स्मार्टफोन

भारत में टेक्नोलॉजी इतनी बढ़ गई है ।आज कई स्मार्ट वॉच आ गई है जो स्मार्टफोन का काम कर रही है, लेकिन आगामी समय में कल्पना यह की जा रही है कि स्मार्टफोन पूरी तरह से खत्म हो जाएगा और लोगों के शरीर में ही इस स्मार्टफोन को इंटीग्रेट किया जाएगा। इस टेक्नोलॉजी की कल्पना और कोई नहीं बल्कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के फाउंडर बिल गेट्स ने की है। उन्होंने इसकी कल्पना चार्टिक मोहन के टैटूज के आधार पर की है यह कंपनी बायोटेक्नोलॉजी पर बेस्ट टैटूज बनाती है जो आपके शरीर से जानकारी इकट्ठा करते हैं। फिलहाल इसका इस्तेमाल स्पोर्ट्स और मेडिकल लाइन में होता है।

इसी बीच नोकिया के सीईओ ने इस बात की भविष्यवाणी कर दी है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड इकोनॉमिक्स फ्रॉम में यह जानकारी दी है। उनका कहना है कि साल 2030 तक 6जी शुरू हो चुकी होगी, लेकिन उस वक्त तक स्मार्टफोन का मन इंटरफ़ेस नहीं होंगे ।उन्होंने कहा कि 6जी आने के बाद स्मार्टफोन की तुलना में स्मार्ट ग्लास या कोई और प्रोडक्ट यूज होने लगेगा। उस वक्त तक स्मार्टफोन से जुड़ी बहुत सी चीजें हमारी शरीर में सीधे तौर पर मिलने लगेंगी ।यानी भविष्य में स्मार्टफोन पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे या फिर से इतने विकसित होंगे कि आप इन्हें सीधे अपने शरीर में इंस्टॉल कर सकेंगे। हालांकि इनके द्वारा की गई भविष्यवाणी के बाद अब यह देखना होगा कि आखिरकार भविष्य में टेक्नोलॉजी का किस तरह से बोलबाला होता है।

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