मध्यप्रदेश के किसान ने मेहनत से पैदा किया ऐसा केला, अंबानी की कंपनी के बाद ईरान-इराक तक से डिमांड, खासियत जानकर उड़ जायेंगे होंश
दुनिया में आधुनिक दौर में कई तरह के अजूबे देखने को मिलते हैं। वहीं अब कृषि क्षेत्र में भी कई तरह के हैरान करने वाले वाक्या सामने आ रहे है। बीते दिनों जहां एक किसान ने अपने खेत में लाल तरबूज की जगह पाइनापल फ्लेवर का तरबूज का उत्पादन कर सबको हैरान कर दिया था। वही अब मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में एक और किसान ने 13 इंच लंबे केले का उत्पादन किया है। इसे देखकर अब कृषि वैज्ञानिक भी हैरान रह गए हैं। उनका कहना है की पहली बार है जब इतनी बड़ी साइज का केला मध्यप्रदेश के बड़वानी में देखा गया है। अब इस 13 इंच लंबे केले की डिमांड देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आ रही है।
सवा 6 एकड़ जमीन में लगाई केले की फसल
कहते हैं कि अन्नदाता अपनी जमीन से मिट्टी में हल चलाकर अपनी मेहनत के बलबूते अनाज पैदा करता है और इसी मेहनत के बल पर कई बार कुछ किसान ऐसे अजूबा काम कर जाते हैं, जोकि विदेशों में भी पहचान बना लेते हैं। इसी बीच अब मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के बगूद गांव के अरविंद जाट नामक किसान ने सवा 6 एकड़ जमीन में केले की फसल का उत्पादन किया हैं। यहां पर उन्होंने अच्छी गुणवत्ता के केले की फसल लगाई। जिसमें उगाई गई केले की फसल में 13 इंच के केले लगे जिसमें उस केले का वजन 250 ग्राम है। इसको देखकर अब हर कोई हैरान है।
10 से 12 टन केले इरान-इराक भेजी
किसान अरविंद जाट की माने तो अब उनका केला विदेशों में भी पहचान बना रहा है। उनके इस केले को दिल्ली से आए अंबानी की रिलायंस कंपनी के कर्मचारी पिछले सप्ताह खरीद कर ले गए हैं। वहीं गुरुवार को 10 से 12 टन केले की फसल इरान और इराक भेजी गई है। जितनी लागत इस केले की फसल को तैयार करने में लगी थी उससे कई गुना ज्यादा अब यह फसल मुनाफा दे रही है। किसान के द्वारा पैदा की गई केले की फसल कि विदेशों में भी डिमांड आ रही है जिसकी वजह से काफी खुश नजर आ रहे हैं।
जाने कब से उगा रहे केले की फसल
किसान के अनुसार वहां पिछले 37 साल से केले की फसल का उत्पादन कर रहे हैं। अब उन्हें केले की फसल का काफी अनुभव भी हो गया है। वहां समय-समय पर फसल में खाद बीज और दवा का छिड़काव करते हैं। अब उसका नतीजा यह रहा कि उन्होंने अच्छी क्वालिटी के केले का उत्पादन किया है। जिसकी सप्लाई अब विदेशों तक हो रही है। वहीं उनका कहना है कि स्थानी बाजार में व्यापारी कम भाव में केला खरीदते हैं, जबकि विदेशों में इस केले की डिमांड ज्यादा आ रही है और महंगा भी बिक रहा है। विदेश भेजने वाली कंपनी वेस्टेज माल को भी अच्छे दाम पर खरीद रही है।
विदेश में केले की इतनी मिल रही कीमत
किसान के द्वारा जो केला ईरान और इराक भेजा गया है। वहीं केला जहां स्थानीय बाजार में कम भाव में दिख रहा है तो वहीं विदेशों में इस केले की कीमत 15 रुपये 50 पैसे प्रति किलो के हिसाब से मिल रही है। इसके साथ ही किसान ने इस केले का सौदा 7 रुपये किलो में किया है। हालांकि अब किसान का यह अकेला विदेशों में काफी पहचान बना चुका है और किसान भी अपने इस केले को लेकर सुर्खियां बटोर रहा है।