भारत में 4जी के बाद 5G मचायेगा धमाल, Jio Airtel के 5G के क्या होंगे दाम, जानिए कब होगी शुरुआत
भारत में 4जी के बाद जल्द ही 5G आने वाला है। आम जनता को अब 5 की सेवा का लाभ मिलेगा। इसमें वोडाफोन, जियो और एयरटेल कंपनी पहले ही इन सेवाओं की टेस्टिंग कर चुकी है। ऐसे में अब नीलामी के बाद यह कंपनियां अपने 5G प्लान के साथ बाजार में एंट्री करेगी। बीते सप्ताह केंद्र कि मोदी सरकार ने 20 साल के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी की घोषणा की थी। बता दें स्पेक्ट्रम की नीलामी जुलाई 2022 से होगी ।अब इसके बाद हर किसी के मन में यही सवाल है कि भारत में 5G कब तक आएगा और फोन में कब तक सेवा शुरू होगी और इसका कितना खर्च आएगा तो इसके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गई है।
जानिए कब शुरू होगी 5जी की सेवा
दरअसल 4जी के बाद अब 5G का इंतजार सभी को है। 5G भारत में धमाल मचाने वाला है, लेकिन 4G के मुकाबले 5G थोड़ा महंगा जरूर पड़ेगा। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 5G कब तक शुरू होगा इसके बारे में जानकारी दी है। उनका कहना है कि अगस्त सितंबर से 5G सेवा की शुरुआत हो जाएगी। वहीं साल के अंत तक 20 से 25 शहरों और कस्बों में 5G सेवा की शुरुआत हो जाएगी। भारत में मौजूदा जिओ, एयरटेल और वोडाफोन इन सेवाओं की पहले ही टेस्टिंग हो चुकी है। ऐसे में नीलामी के तुरंत बाद यह कंपनियां अपने 5G प्लान के साथ बाजार में एंट्री करेंगी।
इन शहरों में शुरू होगी सबसे पहले सेवा
जिन शहरों में सबसे पहले 5 की सेवा शुरू होगी। उनके बारे में हम विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। सबसे पहले चंडीगढ़, बेंगलुरु, अहमदाबाद, गांधीनगर, गुरुग्राम, कोलकाता, लखनऊ, जामनगर, चेन्नई, पुणे, दिल्ली, लखनऊ, मुंबई जैसे शहरों में 5G सेवा शुरू होगी जिससे इन शहरों में रहने वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा।
इससे लगेगी फर्जी कॉल पर लगाम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किफायती सेवा 4G से महंगी होंगी। आम लोगों के लिए 5G सेवा का उपयोग करना मुश्किल होगा या फिर 4G की सेवाओं की कीमत पर ही यह सेवा उपलब्ध होगी। इस बारे में जानकारी देते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत में डेटा की मौजूदा कीमतें वैश्विक औसत से काफी कम है। भारत में डाटा दरें करीब 2 अमेरिकी डॉलर है, जबकि वैश्विक औसत 25 अमेरिकी डालर की शुरुआत के साथ दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले कम होगी। इसके अलावा मंत्रालय के महत्वपूर्ण नियम पर काम कर रहा है जिससे फर्जी कॉल करने वाले के केवाईसी पहचान वाले नाम को जाना जा सकेगा इससे फर्जी कॉल पर लगाम लगेगी।