मध्यप्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका, बिजली बिल में प्रति यूनिट कर दी भारी बढ़ोतरी, जानिए नया रेट
मध्यप्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को एक बार फिर बिजली का बड़ा झटका लगने वाला है। दरअसल बिजली नियामक आयोग ने बिजली बिल में प्रति यूनिट के हिसाब से कीमत में बढ़ोतरी कर दी है जिसका असर अब बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। अभी तक बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल में प्रति यूनिट कम पैसे देना पड़ते थे, लेकिन अब उन्हें अधिक बिजली दिल देना पड़ेगा, क्योंकि अब फिक्स चार्ज में कंपनी ने बढ़ोतरी कर दी है इसका असर सीधा आम जनता की जेब पर पड़ने वाला है।
उपभोक्ताओं को देना होगा इतना बिल
दरअसल मध्यप्रदेश में एक तरफ आम जनता को महंगाई की मार पड़ रही है। दूसरी ओर बिजली नियामक आयोग ने बिजली उपभोक्ता को बड़ा झटका दिया है। बिजली नियामक आयोग ने फिक्स चार्ज में बढ़ोतरी कर दी है जिससे अब 2.64% प्रति यूनिट बिल अधिक देना पड़ेगा। ऐसे में गर्मी की मार झेल रहे लोगों को कूलर, एसी और पंखे के बिल में अधिक यूनिट का खर्चा भरना पड़ेगा। बिजली नियामक आयोग के द्वारा इस तरह फिक्स चार्ज चार्ज बढ़ाए जाने के बाद आम जनता काफी परेशान है।
जानें कितनी महंगी होगी बिजली
इस मामले में बिजली कंपनी डीजीएम पूनम तुमराम ने जानकारी दी है उनका कहना है कि बिजली की दरों में 2.64 फीसदी प्रति यूनिट की बढ़ोतरी कर दी गई है। नए टैरिफ लागू भी हो गए हैं जिसकी वजह से अब बिजली उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 8 से लेकर 12 पैसे तक महंगी पड़ने वाली है। फिक्स चार्ज में 5 से 12 रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी गई है जिसका असर सीधा आम जनता की जेब पर पड़ेगा।
जानिए अब कितना आएगा बिल
बिजली नियामक आयोग के द्वारा फिक्स चार्ज में की गई। बढ़ोतरी के बाद अब आप यह भी जान लीजिए उपभोक्ताओं को अब कितना बिल भरना पड़ेगा ।50 यूनिट तक खपत के मौजूदा दाम 4.13 रुपए हैं, लेकिन अब नए नाम 4.21 रुपए होंगे। वहीं फिक्स चार्ज 64 से 69 रुपये प्रति कनेक्शन किया गया है। 51 से 150 यूनिट खपत करने पर 5.05 से बढ़कर 05.05 से बढ़कर 05.17 रुपए कर दिए गए हैं।
इसी तरह फिक्स चार्ज 109 से बढ़ाकर 121 रुपये कर दिया गया। अगर कोई 150 से 300 यूनिट की बिजली को खपत करता है तो इसकी दरें भी बढ़ा दी गई है। पहले यहां 6 रुपये 45 पैसे थी, लेकिन इसे बढ़ाकर अब 6 रुपये 55 पैसे कर दी गई है। इसमें फिक्स चार्ज में बढ़ोतरी 26 रुपये हो गई है। इसका असर अब इटारसी बिजली संभाग के शहर और ग्रामीण मिलाकर लगभग 65 से 70 हजार उपभोक्ता प्रभावित होंगे।