मध्यप्रदेश के इंदौर को मिलेगी एक और सौगात, नर्मदा नदी के पास बनेगा करोड़ों का सोलर पॉवर प्लांट, शहरवासियों को मिलेगा फायदा
मध्य प्रदेश में इस समय बढ़ती बिजली बिलों की वजह से आम जनता काफी परेशान हैं ।ऐसे में इन्हें राहत देने के लिए अब सरकार की तरफ से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं ।ऐसे में इंदौर तक नर्मदा का पानी लाने पर लगने वाली बिजली का खर्च कम करने को लेकर अब एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। जलोद पंपिंग स्टेशन पर ग्रीन ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए 60 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता का सोलर प्लांट लगाया जाएगा। इसको लेकर जुलूस के आंसू खेड़ी में नगर निगम के 60 एकड़ व खरगोन प्रशासन से मिली 160 एकड़ जमीन पर इसका निर्माण किया जाएगा इसको लेकर नगर निगम ने टेंडर जारी कर दिया है ।
इस जगह लगाया जा रहा सोलर प्लांट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नर्मदा नदी के पास जरूर पंपिंग स्टेशन पर 287 करोड रुपए की लागत से प्लांट लगाया जाएगा। वहीं आसूखेड़ी में निगम की 60 एकड़ और खरगोन प्रदर्शन से मिली। 160 एकड़ जमीन पर इस प्लाट का निर्माण किया जाएगा। इस सोलर पावर प्लांट को लगाने का मकसद इंदौर तक नर्मदा का पानी लाने पर जो बिजली लगती है। उसका खर्च कम किया जा सकेगा।
इंदौर शहर की प्यास बुझाने के लिए निगम जल उच्च नर्मदा और यशवंत सागर तालाब से पानी लेकर आता है। पानी को पंप कर फिल्टर प्लांट तक लाने और टंकी तक पहुंचाने के साथ शहर में सप्लाई करने पर भी बिजली की भारी.भरकम खर्च होता है और इसका पूरा खर्चा निगम को उठाना पड़ता ।है अभी से मुक्ति पाने के लिए निगम ने जरूर पंपिंग स्टेशन पर 60 मेगावाट बिजली उत्पादन का सोलर प्लांट लगाने की योजना बना ली है।
15 महीने में काम को पूरा करने का लक्ष्य
नगर निगम ने ठेकेदार एजेंसी ढूंढने को लेकर भी टेंडर जारी कर दी है। इस प्लांट को लगाने की लागत 287 करोड रुपए टेंडर में जिस किसी कंपनी को प्लांट लगाने का ठेका दिया जाएगा ।उसे 15 महीने में इसे पूरा करना होगा। वहीं 10 साल तक इस प्लांट का संचालन और संधारण भी करना होगा ।बता दें कि इस प्रोजेक्ट का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इंदौर संभायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने खरगोन जिला प्रशासन को जमीन हस्तांतरण को लेकर आदेश भी जारी कर दिए थे।
नर्मदा पानी सप्लाई पर इतना बचेगा पैसा
सोलर प्लांट स्मार्ट सिटी कंपनी के द्वारा बनाया जाएगा सोलर प्लांट लगने से जलूसे इंदौर 70 किलोमीटर तक पानी लाने के लिए निगम को अभी जो हर महीने 180000000 बिजली का खर्च आता है। वहां नहीं होगा। इस प्रोजेक्ट के लिए निगम ने बजट में शो करो रुपए का प्रावधान किया है। हालांकि पिछले 3 साल से यह प्रोजेक्ट अटका हुआ था लेकिन अब शुरू होने वाला है।