अब इंदौर से दिल्ली मुंबई का सफर होगा आसान, इंदौर को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा 173 किमी का फोरलेन, इन जिलों को मिलेगा लाभ

केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा महत्वकांक्षी भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत सड़कों का जाल बिछाया जा रहा हैं। ऐसे में मध्य प्रदेश के 3 जिलों को जोड़ने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का काम जोरों से चल रहा है। इसका काम 100 किलोमीटर से अधिक का हो चुका है। वहीं इसकी लंबाई 245 किलोमीटर की रहेगी ।दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे में खास बात यह है कि देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को भी इस एक्सप्रेस से जोड़ा जाएगा। जिसके लिए राउ, देवास बाईपास के जरिए गरोठ और वहां से आठ लाइन से जोड़ा जाएगा। बता दें कि इंदौर से गरोठ तक 173 किलोमीटर का फोरलेन बनाया जा रहा है जिसमें 1890 करोड रुपए खर्च होंगे।

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इंदौर समेत इन जिलों को जोड़ेगा एक्सप्रेस-वे

मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे का काम जोर-शोर से चल रहा है। इस एक्सप्रेस वे का काम अभी तक 100 किलोमीटर से अधिक का हो चुका है। 245 किलोमीटर का बनने वाला एक्सप्रेसवे अब मध्य प्रदेश के 3 जिलों को जोड़ने वाला है। सबसे पहला देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को जोड़ेगा इसके लिए 1800-900000000 खर्च होंगे अभी तक केंद्र की मोदी सरकार ने गरोठ टू पैकेज में 847 करोड रुपए की राशि को मंजूरी दे दी है। इस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के आसपास फूड प्रोसेसिंग लॉजिस्टिक पार्क, औद्योगिक इकाइयां कृषि आधारित उत्पादन सेंटर समेत कई गतिविधियां रहेंगी।

इन जिलों को मिलेगा इससे बड़ा फायदा

1380 किलोमीटर का दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो रहा है। 100000 करोड रुपए इसे बनाने में खर्च किए जाएंगे । मार्च 2023 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा कर दिया जाएगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से मालवा क्षेत्र के 3 जिलों को सबसे अधिक फायदा मिलने वाला है ।इंदौर देवास उज्जैन को राहु देवास बाईपास के जरिए गरोठ से होते हुए इस एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा। वहीं इंदौर की औद्योगिक राजधानी होने की वजह से काफी फायदा मिलने वाला है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बीते दिनों इंदौर आकर इस एक्सप्रेस वे का भी अवलोकन किया और प्रदेश के तीनों जिलों में जो 245 किलोमीटर लंबाई में निर्माण होना है। वहीं इस साल नवंबर तक पूरा हो जाएगा।

150 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेंगे वाहन

इंदौर से गरोठ तक 173 किलोमीटर का फोरलेन सड़क बनने से एक्सप्रेस वे से सीधा जुड़ाव हो जाएगा। गरोठ जावरा में लॉजिस्टिक हब भी बनाया जा रहा है। वहीं मंदसौर में 102 किलोमीटर रतलाम में 90 और झाबुआ में 52 किलोमीटर इस एक्सप्रेसवे की लंबाई रहेगी। यानी 245 किलोमीटर का यह एक्सप्रेसवे मध्यप्रदेश में ही बनेगा ।दिल्ली मुंबई के मुख्य एक्सप्रेस वे से इसे जोड़ा जा रहा है इसकी लंबाई 1350 किलोमीटर की है ।इस प्रोजेक्ट को पूरा हो जाने में दिल्ली मुंबई के बीच मात्र 12 घंटे का सफर हो जाएगा। वहीं मध्यप्रदेश के 200 से अधिक बड़े पुल 500 से अधिक छोटे पुल और 100 से अधिक अंडरपास के साथ आधा दर्जन से अधिक टोल बूथ भी रहेंगे। एक्सप्रेस पेपर 150 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से आसानी से महान चलाए जा सकते हैं।

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जानिए इसे बनाने में कितना आयेगा खर्च

वहीं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने इंदौर आकर मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों सांसदों द्वारा उनके क्षेत्रों की जो प्रोजेक्ट है। उन्हें फटाफट मंजूरी देने की घोषणा भी की थी इसके बाद लगातार इस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है । अभी 475 करोड से 112 किलोमीटर की दो और प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। जिसमें नेशनल हाईवे 45 पर डिंडोरी से अमरकंटक तक की सड़क के लिए 329 करोड रुपए की लागत से 77 किलोमीटर का निर्माण होगा तो इसी तरह 32 किलोमीटर के कुंडम से शाहपुरा तक की सड़क के लिए 146 रुपये की मंजूरी दी जाएगी।

वहीं उज्जैन का रोड पर के स्टोर के तहत मंजूरी दी गई है ।जिसमें 48 किलोमीटर लंबाई में खेड़ा खजुरिया से चूहा गाड़ी तक का हिस्सा बनेगा। 136 किलोमीटर का जो उज्जैन गरोठ फोरलेन बन रहा है उस से मात्र 3 घंटे में इंदौर से गरोठ और फिर कोटा पहुंचा जा सकेगा। इसे बनाने में 1100 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की जा रही है।