गिद्धों की खाड़ी देशों में हो रही तस्करी, समुद्र के रास्ते देश में विलुप्त हो रहे गिद्ध, ऐसे हुआ ये खुलासा

भारत से गिद्धों की विलुप्त होने की समस्या काफी बढ़ गई है। एक तरफ बाघों की कमी और अब गिद्धों की विलुप्त होती प्रजाति सरकार के लिए परेशानी बनी हुई है। आज इस रिपोर्ट में हम आपको इसके पीछे की कहानी बताएंगे जो बड़ी ही चौंकाने वाली है। मध्य प्रदेश की स्टेट टाइगर टास्क फोर्स ने इस पर गहनता से जांच पड़ताल की जिसमें पता चला है कि गिद्धों की विलुप्त होती प्रजाति के पीछे समुद्र से तस्करी करना पाया गया है।

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समुद्र के साथ होती है गिद्धों की तस्करी

बताया जाता है कि इन गिद्धों तस्करी समुद्र के रास्ते की जा रही है। और इन्हें देश के रसूखदार द्वारा तंत्रक्रियाओं के लिए खरीदा जाता है इतना ही नहीं कई इन्हें अपने घर में पालने के लिए मुंह मांगी कीमत तक दे देते है। वन विभाग और स्टेट टाइगर टास्क फोर्स इंदौर की टीम को जानकारी मिली है कि गिद्धों को समुद्र के रास्ते खाड़ी देशों में भेजा जाता है । कानपुर निवासी तस्कर फरीद शेख को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है इसके पास सात सफेद गिद्ध बरामद हुए है।

10 साल से हो रही गिद्धों की तस्करी

बताया जाता है कि यहां गिद्धों की तस्करी कई सालों से कर रहा है और यहां गिद्धों को मालेगाव तक पहुंचाने वाला था लेकिन उससे पहले ही इसे दबोच लिया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गिद्धों को घरों में पालने के साथ ही इसका इस्तेमाल तंत्र क्रिया में किया जाता है। इतना ही नहीं टास्कफोर्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा भी किया है कि गिद्धों की तस्करी का देशभर में पहला मामला है, लेकिन यह भी बताया जा रहा है कि ​10 साल से गिद्धों की तस्करी की जा रही है।

आरोपी तस्कर फरीद को किया गिरफ्तार

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खंडवा वन विभाग की रेंजर नितिन राजोरिया और एसडीएसएफ धर्मवीर सोलंकी समेत आठ दल मालेगांव पहुंची है। फरीद पूछताछ में बताया कि वहां विदेशी पक्षियों के व्यापारी हसीन को 7 गिद्ध सौंपने वाला था। हालांकि फरीद गिरफ्त में आ गया लेकिन हसीन मौके से फरार होने में कामयाब हो गया है। वहीं फरीद को उन्नाव जिले के नजदीक बने स्लाटर हाउस के पास से गिरफ्तार किया है।

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