मध्यप्रदेश ने Ranji Trophy Final में रचा कीर्तिमान, 41 बार की चैंपियन रही मुंबई को दी मात, इंदौर का रहा बड़ा योगदान
बीते दिनों से चल रहे मध्य प्रदेश में रणजी टॉफी मुकाबले में 41 बार की चैंपियन रही मुंबई को मध्य प्रदेश की टीम ने 6 विकेट से हरा दिया है। रविवार को 5 दिनों का खेल खत्म हो गया है। इसमें 23 साल बाद मध्य प्रदेश की टीम फाइनल में पहुंची थी और 41 बार की चैंपियन रही मुंबई टीम को करारी शिकस्त दी है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश की टीम ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पहली बार खिताबी मुकाबला जीत लिया है।
4 विकेट खोकर चैंपियन बनी मध्यप्रदेश
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में यह मुकाबला खेला जा रहा था। जिसमें मध्य प्रदेश की टीम ने तीन शतकीय पारियों की बदौलत 536 रन बनाए और 162 रनों की बढ़त हासिल कर ली। इसमें 41 बार की चैंपियन रही मुंबई ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट खोकर 113 रन बना लिए थे। रविवार को मुंबई की दूसरी पारी 259 रन पर सिमट गई थी। मध्यप्रदेश को मैच जीतने के लिए 108 रन चाहिए थे जिसमें 4 विकेट खोकर मध्य प्रदेश की टीम मैच को अपने कब्जे में करते हुए रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पहली बार खिताब जीतने में कामयाब रही है।
23 साल बाद फाइनल में पहुंची थी मध्यप्रदेश
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की टीम 23 साल के बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची और इस मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया है। वहीं कर्नाटक से मिली हार का जख्म मध्य प्रदेश की टीम नहीं भूली थी। ऐसे में मुंबई की टीम को हराकर पहली बार इतिहास रचा है। बता दें कि उस समय मध्य प्रदेश की टीम के कप्तान चंद्रकांत पंडित थे जो इस बार टीम के कोच है। टीम की हार के बाद वहां अपने आंसू नहीं रोक पाए थे। टीम की कमियों को दूर करने के लिए उन्होंने ऐसी रणनीति बनाई थी कि आज मध्य प्रदेश की टीम सफल रही है।
इंदौर के इस खिलाड़ी का रहा बड़ा योगदान
मध्य प्रदेश की तरफ से इंदौर के शुभम शर्मा ने 116 रनों की शतकीय पारी खेली और टीम को मजबूत स्थिति में लेकर पहुंचे। इंदौर स्पोर्ट्स क्लब के उपाध्यक्ष राजू सिंह चौहान ने बताया शुभम बहुत ही कम उम्र में क्लब आए थे। अमीर परिवार से ताल्लुक नहीं रखते है छोटे से करियर में शुभम ने कई उतार-चढ़ाव देखे है, लेकिन उनका मनोबल बनाए रखा और उन्होंने काफी मेहनत की है। वहां लगातार खेल में सुधार करने के प्रयास करते रहते हैं। मध्य प्रदेश की हर वर्ग की टीम में शुभम का प्रदर्शन शानदार रहा है। मध्य प्रदेश की टीम के द्वारा इतिहास रचने के बाद अब टीम के खिलाड़ियों को बधाई देने का सिलसिला शुरू हो चुका है।