अब भारत में नए Electric Scooter नहीं होंगे लांच, सरकार ने कंपनी को दिए ये निर्देश, जानिए वजह
पेट्रोल डीजल कीमत बढ़ने की वजह से अब कई कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन निकाल रही है, लेकिन अब कोई भी कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन नहीं निकाल पायेंगे इस पर सरकार ने पाबंदी लगा दी है। दरअसल देखने में आ रहा है कि कई इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी में आग लगने की खबर से अब बड़े हादसे की संभावना बनी हुई है जिसके बाद अब सड़क परिवहन और राज्य मंत्रालय ने राजधानी दिल्ली में एक बैठक के दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों में बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई है। वहीं चर्चा के दौरान उन्होंने अब नए इलेक्ट्रिक वाहनों पर रोक लगाने के लिए इलेक्ट्रिक टू व्हीलर निर्माताओं को निर्देशित किया है।
नए इलेक्ट्रिक वाहनों के लांच पर लगाई रोक
दरअसल सड़क परिवहन और राज्य मंत्रालय ने राजधानी दिल्ली में एक बैठक आयोजित की जिसमें कई कंपनियों के साथ विचार विमर्श के बाद अधिकारियों ने ईवी निर्माताओं को मौखिक रूप से नए वाहन लांच करने से प्रतिबंधित कर दिया है। दरअसल सरकार ने फैसला इसलिए लिया है क्योंकि इस समय देखा जा रहा है कि लगातार बैटरी वाले वाहनों में आग लगने की घटना सामने आ रही है जिसके बाद इस तरह के आवश्यक कदम उठाए गए हैं। वहीं सभी इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं को स्विच ऐसे सभी वाहनों को पूरी बेच को वापस बुलाने के लिए कहा गया है।
करीब 7 हजार वाहन वापस बुलाए गए
इस समय वैसे ही तापमान बढ़ा हुआ है ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी गर्म होने की वजह से आग की घटनाएं भी हो रही है। ऐसे में अब सरकार ने इस पर चिंता जाहिर की है। सरकार ने ईवी कंपनी खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। वहीं ओकीनावा ने 3215 स्कूटरों के लिए रिकॉल जारी किया है। प्योर ईवी ने भी दो हजार यूनिट को रिकॉल किया है। वहीं ओला इलेक्ट्रिक ने भी 1441 स्कूटरों को रिकॉल किया है इसके साथ ही अन्य कंपनी है जो अपने वाहनों को वापस बुला रही है। इसी तरह 7000 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को वापस बुलाया जाएगा ।वहीं आगामी समय में कोई भी कंपनी अपना इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च नहीं कर पाएगी।
जाने क्यों लिया इस तरह का फैसला
वर्तमान में देखा जाता है कि वाहनों में आग लगने की घटना लगातार बढ़ती जा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी कुछ दिन पहले इन घटनाओं की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था जिसके बाद उन्होंने इस तरह की जांच के आदेश दिए थे। वहीं इस तरह के हादसों को रोकने के लिए जरूरी सुझाव भी मांगे थे इसके साथ ही लापरवाही बरतने वाली कंपनियों पर जुर्माने की कार्रवाई करने की बात भी कही गई थी।
अगर बात करें इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की तो पहला मामला 26 मार्च को सामने आया था, जहां पुणे में सड़क किनारे खड़े नीले रंग के ओला s1pro इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी। वहीं 26 मार्च को तमिलनाडु के वेल्लोर में ओकीनावा इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी। 28 मार्च को चेन्नई में प्योर एपीके इलेक्ट्रिक वाहन में आग की घटना सामने आई थी। इसी तरह कई वाहनों में आज की घटना सामने आई है और इस घटना में एक व्यक्ति ने अपनी जान भी गवाही थी। इसी वजह से अब सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों को लांच करने पर रोक लगा दी है।