SBI ने ग्राहकों के खाते किए बंद, तुरंत करें चेक कहीं आपका खाता भी इस लिस्ट में तो नहीं..!
अगर आप भी एसबीआई ग्राहक हैं तो आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से कई ग्राहकों के अकाउंट बंद कर दिए गए हैं। जिसकी वजह से ग्राहकों को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। भारतीय स्टेट की तरफ से जिन लोगों का खाता बंद किया गया है उसके बारे में जानकारी भी दे दी गई है। अगर इसमें आपका भी अकाउंट शामिल है तो चेक कर ले कहीं आपके अकाउंट में सैलरी आने का समय हो और ऐसे में एसबीआई ने आपका अकाउंट बंद कर दिया तो मुश्किल में पड़ सकते हैं। दरअसल यह फैसला एसबीआई ने उन खाताधारकों के लिए लिया है जिन्होंने अभी तक केवाईसी की प्रक्रिया पूरी नहीं की है।
ग्राहक नहीं कर पायेंगे लेन-देन
एसबीआई द्वारा अपने ग्राहकों को समय-समय पर कई नियम में बदलाव करने के बाद संशोधन करने की बात कहीं जाती है, लेकिन ग्राहक बैंक के नए नियमों पर ध्यान नहीं देते जिसकी वजह से परेशान होकर बैंक ऐसे ग्राहकों पर नकेल कसने के लिए बड़ा एक्शन ले लेती है। ऐसा ही अब एसबीआई की तरफ से किया गया है जिसमें कई बैंक ग्राहकों के खाते बंद कर दिए हैं जिसकी वजह से अब यह ग्राहक अपने अकाउंट से किसी भी तरह का लेन-देन नहीं कर पाएंगे।
ग्राहकों की सोशल मीडिया पर आ रही शिकायत
बैंक की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार जिन ग्राहकों के खाते को बंद किया गया है उनकी केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी। कई लोगों ने तब से सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट बंद करने के बारे में पोस्ट किया है। ग्राहकों की शिकायतें सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आ रही है। कुछ लोगों का कहना है कि नियम को लागू करने के लिए चुना गया समय ग्राहकों के लिए सही नहीं है। वहीं अधिकांश लोगों का कहना है कि यहां सैलरी का समय है और खाते बंद होने के कारण उनका पैसा नहीं निकल पा रहा है ।बैंकों से पहले सूचना नहीं मिलने के कारण अधिकांश ग्राहकों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
1 जुलाई से बदले नियम पर कर रहे अपडेट
बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार बताया गया कि ग्राहकों को इस बारे में पत्र भेजे गए थे। केवाईसी कराने के लिए बैंक से बार-बार अपील की गई थी, लेकिन इसके बावजूद भी ध्यान नहीं दिया गया ।मीडिया रिपोर्ट की मानें तो एसबीआई का लॉगइन पोर्टल केवाईसी अपडेट पर ग्राहकों को कोई सामान्य जानकारियां अलर्ट नहीं दिखा है। जानकारी तब सामने आई जब ग्राहक एटीएम या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने की कोशिश करते हैं। हालांकि 1 जुलाई से बदले नियम केवाईसी को लेकर लगातार अपडेट किए जा रहे हैं।
बैंक की तरफ से केवाईसी अपडेट कराने की सलाह इसलिए दी जाती है, ताकि ग्राहक को के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी ना हो पहले केवाईसी अपडेट बैंकों द्वारा 10 साल में बार-बार की जाती थी, लेकिन अब इसे हर 3 साल में की जाती है।