मध्यप्रदेश के 300 करोड़ के बांध में दरार से दहशत, 18 गांव खाली कराए, एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर तैनात
मध्य प्रदेश में इस समय भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के कई इलाकों में इस समय झमाझम बारिश हो रही है। बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। वहीं धार जिले में एक डैम के रिसाव होने से हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है। नालछा स्थित भारुडपुरा में कारम नदी पर बन रहे डैम में रिसाव होने के बाद हादसा होने की संभावना जताई जा रही है ।जैसे ही ग्रामीणों को इस बात की जानकारी मिली इसके बाद कलेक्टर पंकज जैन, एसपी आदित्य प्रताप सिंह समेत विभाग के इंजीनियर और अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
डेम में रिसाव होने के बार मरम्मत का काम जारी
इस समय मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश की वजह से हालत बद से बदतर बनी हुई है ।जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है कई नदी नाले और नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अगर मध्य प्रदेश के डेमो की बात करें तो लगभग फूल हो चुके हैं। कई डैम से ऊपर पानी बह रहा है इसी तरह धार जिले के एक बांध में रिसाव की घटना से हलचल मच गई है ।इस बात की जानकारी जब जिम्मेदार अधिकारियों को लगी तो मौका मुआयना करने पहुंच गए। वहीं डैम में मरम्मत का काम भी शुरू करवाया गया है। सीमेंट के स्ट्रक्चर के अलावा पानी को रोकने के लिए एक मिट्टी का बांध बनाया जाता है। मिट्टी वाले हिस्से में रिसाव आया जिसके बाद मरम्मत को लेकर कवायद शुरू करवा दी गई है।
2018 से चल रहा डैम का काम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जल संसाधन विभाग धार के द्वारा कारण नदी पर 304.44 करोड़ की लागत से डैम का निर्माण करवाया गया ।इसका निर्माण 2018 से शुरू किया गया जो कि अब तक करीब 90 प्रतिश तक पूरा हो गया है ।अभी कुछ काम बाकी है जिसकी कवायद भी जारी है 52 गांव में 10500 हेक्टेयर सिंचाई इस बांध के द्वारा की जा सकती है।
11 गांव में अलर्ट किया जारी
भीषण बारिश के चलते और बांध में रिसाव की वजह से जिला प्रशासन सख्त रवैया में नजर आ रहा है ।नेशनल हाईवे आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग और धामनोद बड़वा मार्ग को बंद कर दिया गया है। प्रशासन के द्वारा आसपास के 11 गांव के लोगों को अलर्ट जारी कर दिया गया है साथ ही निचली बस्तियों को खाली करवाना भी शुरू कर दिया है। इसके साथ ही प्रदर्शन के अधिकारियों ने एलान करवा दिया है और लोगों को ऊपरी सतह पर जाने के लिए कहा गया है। उनका कहना है कभी भी डैम टूट सकता है जिससे बड़ी जनहानि हो सकती है। वहीं रास्ते पर किसी भी प्रकार की कोई मोमेंट नजर नहीं आ रही है किसी को भी आने जाने नहीं दिया जा रहा है।