मां पितांबरा के दरबार में पहुंचें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी में जीत आशिर्वाद लेकर कही ये बड़ी बात

सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मध्यप्रदेश के दतिया जिले पहुंचे। इस दौरान उनका गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के साथ ही भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ताओं ने पुष्पमाला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। वहीं गृहमंत्री सीधे मां पीतांबरा के दरबार में पहुंचे और पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। दरअसल इस समय उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं जिसको लेकर मंत्री अमित शाह ने मां पीतांबरा से जीत का आशीर्वाद लिया है।

google news

मां पीतांबरा से अमित शाह ने लिया जीत का आशीर्वाद

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह सोमवार शाम 4:00 बजे मध्य प्रदेश के दतिया जिला पहुंचें इस दौरान गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी अगवानी की। इस दौरान उनका जोरदार स्वागत किया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह मां पीतांबरा के दर्शन करने के लिए आए थे। इस दौरान उनके सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही दर्शन के बाद सीधे दिल्ली रवाना हो गए।

13 फरवरी को आए थे छग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह 14 फरवरी को रांची और ललितपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे। 20 फरवरी को उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान होगा जहां सुबह 10:00 बजे से जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद दोपहर 12:00 बजे 2:00 बजे क्राफ्ट मेला मैदान में जनसभा को संबोधित कर भाजपा जीत के लिए लोगों से वोट मांगेंगे। वहीं गृहमंत्री से पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मां पीतांबरा के दर्शन करने के लिए 13 फरवरी को दतिया आए थे। उन्होंने मां पीतांबरा के दर्शन कर जीत के लिए आशीर्वाद लिया।

बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कि अगवानी के दौरान दतिया में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। इस दौरान मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के साथ भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। अमित शाह मां पीतांबरा के दर्शन करने के बाद सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

google news

दुनियाभर के लोग पहुंचें है शक्तिपीठ

दरअसल मध्यप्रदेश के दतिया जिले का पीतांबरा पीठ विश्वभर में यह सबसे लोकप्रिय शक्तिपीठों में से एक है इसकी स्थापना 1935 में हुई थी।यहां पर जो भी लोग आते है उनकी हर मनोकामना पूरी होती है और मां पीतांबरा शत्रुनाश की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। राजसत्ता पाने के लिए मां की पूजा का विशेष महत्व होता है। बताया जाता है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के अनुरोध पर यहां पर 51 कुंडीय महायज्ञ कराया गया था।