मध्यप्रदेश में इस जगह 15 किमी. में लगाए 3 टोल, वाहन चालकों से वसूले जा रहे 370 रुपये, नहीं देने पर होते है विवाद

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बीते कुछ दिनों पहले 60 किलोमीटर के बाद दूसरा टोल होने की बात कही थी। अगर 60 किलोमीटर के अंदर कोई टोल पाया गया तो उसे बंद करने की भी बात केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कही थी, लेकिन मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा के अंतर्गत एक अजीबोगरीब मामला है, जहां 60 किलोमीटर तो दूर बल्कि 15 किलोमीटर के अंदर ही तीन टोल नाके है। जिसका का भुगतान क्षेत्र की जनता को करना पड़ता है। आलम यह है कि यहां पर तीनों टोल पर एक व्यक्ति को 370 रुपये चुकाने पड़ते हैं। अगर टोल नाके की पड़ताल की जाए तो यहां पर सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं मिलता है, बल्कि जनप्रतिनिधि और ना ही प्रशासनिक अमले ने अभी तक इस पर ध्यान दिया है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

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विवादों में रहता है पूरनखेड़ी का टोल

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने टोल के पास रहने वाले लोगों के लिए स्पेशल पास बनाने की बात कही थी तो वहीं 60 किलोमीटर के बाद दूसरा टोल स्थापित करने की बात भी उन्होंने कही थी, लेकिन मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में आलम यह है कि यहां पर 15 किलोमीटर की दूरी पर ही 3 टोल मिल जाएंगे। मध्य प्रदेश के 1 जिले की बात नहीं है, बल्कि ऐसी कई जगह है, जहां पर कई टोल बने हुए है जिन्हें बंद करने की बात बीते दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कही। आपको बता दें कि पूरनखेड़ी टोल यूं तो हमेशा चर्चा में रहता है और यहां पर कई तरह के विवाद भी सामने आते रहते हैं।

आए दिन इस टोल पर होते है विवाद

पूरनखेड़ी टोल बरोड़ा से राजस्थान जाने वाले लोगों को खराई पर टोल टैक्स देना पड़ता है, जबकि तीसरा देहरदा-पचावली पर है। वहीं पूरनखेड़ी टोल टोल नाके पर रात के समय फास्ट ट्रैक मशीन खराब होने पर डबल पैसा वसूला जा रहा है। इतना ही नहीं लोगों से फास्ट एक मशीन बंद होने की वजह से नकद वसूली की जा रही है। इतना ही नहीं लोग जब इतना पैसे मांगने पर आनाकानी करते हैं तो टोल नाके पर बंदूकधारी कर्मचारी इर्द-गिर्द घूमते पाए जाते हैं। और कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है।

ऐसे में वहां से बचने का रास्ता ढूंढते रहते हैं। एक मामला सामने आया था जहां कोटा जा रहे गोविंद अवस्थी की गाड़ी को रोक लिया गया। इसके बाद उन्होंने जब शिकायत शाखा में की तो करीब 1 घंटे के बाद उन्हें जाने दिया गया। यह पहला मामला नहीं है इससे पहले कई तरह के विवाद के मामले सामने आते रहते हैं।

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टोल प्लाजा पर सुविधा का अभाव

पूरनखेड़ी टोल प्लाजा बदरवास से 15 किलोमीटर की दूरी पर यहां बगैर पुलिस वेरिफिकेशन के कर्मचारियों को तैनात कर रखा है। आए दिन विवाद के मामले सामने आते रहते हैं। पूरनखेड़ी टोल पर लंबी लंबी लाइनें लगी रहती है कई बार यहां विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है। वहीं नंदकुमार चौहान सहित कई जनप्रतिनिधियों से यहां विवाद भी हो गया था। इसके साथ ही यहां हाईवे की लाइटें भी बंद रहती है। गुना से लेकर शिवपुरी तक 110 किमी तक की सड़क में जगह-जगह गड्ढे हुए डामरीकरण की वजह से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

एनएचएआई प्रभारी बोले- करवायेंगे सुधार कार्य

वहीं बात करें देहरदा पर गंगोत्री टोल टैक्स की तो यहां पर भी सुविधा किसी भी तरह की नहीं दी गई। सड़क पूरी तरह खराब हो रही है गहरे गड्ढे जिससे आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं। ठेकेदार के द्वारा कोई मेंटेनेंस नहीं कराया जा रहा है जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं इस मामले को लेकर एनएचएआई प्रभारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा की दो नेशनल हाईवे पास में है इनकी गाइडलाइन का पता करवाने के बाद ही सड़क का काम करवाया जाएगा।